The News Air- (चंडीगढ़) पंजाब में चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी (AAP) और कांग्रेस में शिक्षा पर सियासी घमासान मच गया है। बुधवार को दिल्ली के डिप्टी CM मनीष सिसौदिया अचानक रोपड़ जिले में पहुंच गए। उन्होंने पंजाब के CM चरणजीत चन्नी के विधानसभा क्षेत्र चमकौर साहिब में सरकारी स्कूल देखने शुरू कर दिए। इनका लाइव टेलीकास्ट भी सोशल मीडिया पर कर दिया।
इसका पता चलते ही राज्य के शिक्षा विभाग में खलबली मच गई। राष्ट्रीय स्तर पर स्कूलों की पोल खुलते देख जिला एजुकेशन अफसर (DEO) के जरिए रोपड़ के सभी सरकारी स्कूलों के मेन गेट बंद करवा दिए। उन्हें कहा गया कि स्कूल में किसी बाहरी व्यक्ति को न घुसने दें। यहां तक की मीडिया को भी किसी तरह की कवरेज न करने दें।
सिर्फ पंजाब सरकार या एजुकेशन विभाग से कोई आए तो उसे ही अंदर आने दें। पंजाब सरकार के इस फरमान की ऑडियो रिकॉर्डिंग भी आम आदमी पार्टी ने जारी कर दी। जिसमें रोपड़ (रूपनगर) के जिला शिक्षा अफसर राजकुमार खोसला किसी को भी स्कूल में न घुसने देने के लिए कह रहे हैं।
सिसौदिया बोले – एक टीचर 5वीं क्लास तक पढ़ा रही
मनीष सिसौदिया ने कहा कि वह CM चन्नी के गांव मकरौना कलां में है। यहां पर भी नर्सरी से लेकर 5वीं तक का स्कूल है। इन सब बच्चों को पढ़ाने के लिए सिर्फ एक टीचर है। जिसका वेतन 6 हजार है। पंचायत ने एक पंचायत सहायक लगा रखा है। अगर हम इसे नंबर वन कहेंगे तो यह बच्चों के भविष्य के साथ मजाक है।
उन्होंने कहा कि इतनी कम सेलरी में सिर्फ एक टीचर बच्चों को पढ़ा रही है तो वह उन्हें सेल्यूट करते हैं। सारे कमरों में जाले लगे हुए हैं। फर्नीचर टूटे हुए हैं। स्मार्ट क्लासरूम के नाम पर सिर्फ टीवी लगा है। जिसका स्विच ही गायब है। कंप्यूटर कोने में पड़े हैं।
परगट सिंह की मजबूरी समझ आ गई
सिसौदिया ने दिल्ली और पंजाब के एजुकेशन मॉडल की डिबेट को लेकर पंजाब के शिक्षा मंत्री परगट सिंह पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा कि मैं पंजाब के शिक्षा मंत्री की मजबूरी समझता हूं कि उन्होंने 250 स्कूलों की लिस्ट क्यों नहीं दी। ऐसे स्कूलों की वह क्या लिस्ट देते।
केजरीवाल भी पीछे नहीं रहे
मनीष सिसौदिया के स्कूलों में जाने के वीडियो पर आप संयोजक और दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल भी पीछे नहीं रहे। केजरीवाल ने कहा कि पंजाब के सरकारी स्कूलों की हालत बेहद खराब है। चन्नी साहब कहते हैं कि पंजाब के स्कूल सबसे अच्छे हैं। इसका मतलब उनकी इन्हें ठीक करने की कोई मंशा नहीं है। सरकार स्कूलों को 70 साल से खराब रखा गया। अब ऐसा नहीं होगा। आप पंजाब के बच्चों को दिल्ली जैसी शानदार शिक्षा देगी।
अरविंद केजरीवाल ने अमृतसर में टीचरों को गारंटी दी तो यह घमासान शुरू हुआ
टीचरों की गारंटी से शुरू हुआ घमासान
पंजाब में शिक्षा पर घमासान अमृतसर में अरविंद केजरीवाल के टीचरों को गारंटी देने के बाद हुआ। पंजाब के शिक्षा मंत्री परगट सिंह ने केजरीवाल को कहा कि पंजाब ने स्कूल एजुकेशन के नेशनल परफार्मेंस ग्रेड इंडेक्स (NPGI) में टॉप किया है। दिल्ली के मुकाबले पंजाब पढ़ाई से लेकर इन्फ्रास्ट्रक्चर तक पहले नंबर पर रहा है। इसके बाद सिसौदिया ने परगट को 10 स्कूलों पर खुली बहस की चुनौती दी। परगट ने 250 स्कूलों पर बहस की बात कही। इसके बाद सिसौदिया ने दिल्ली में लिस्ट जारी कर दी। हालांकि परगट ने कहा कि यह अधूरी लिस्ट है, मैंने वहां टीचरों की गिनती, दाखिला, रिजल्ट समेत नेशनल परफार्मेंस ग्रेडिंग के हिसाब से ब्यौरा मांगा था।
सिसौदिया ने परगट सिंह को लिस्ट जारी करते हुए दिल्ली के स्कूलों यह उपलब्धियां बताई थी
सिसौदिया ने कहा था, परगट भागे, अब CM चन्नी दें लिस्ट
दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया के लिस्ट जारी करने के बाद परगट सिंह ने कहा कि यह सही लिस्ट नहीं है। उन्होंने पूरी जानकारी मांगी थी। जिसके बाद सिसौदिया ने कहा कि पंजाब के शिक्षा मंत्री परगट सिंह मैदान छोड़ भाग गए हैं। अब CM चरणजीत चन्नी को कहा कि वे 250 स्कूलों की लिस्ट जारी करें ताकि दिल्ली और पंजाब के स्कूलों की तुलना कर सकें। हालांकि CM चन्नी की तरफ से भी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई तो बुधवार को वह खुद स्कूल देखने के लिए पहुंच गए।
लिस्ट जारी करने को लेकर परगट और सिसौदिया में यह तर्क हुए थे
केजरीवाल ने टीचरों को यह दी थी 8 गारंटी
पंजाब दौरे पर अमृतसर पहुंचे अरविंद केजरीवाल ने शिक्षकों को 8 गारंटी दी थी। जिसमें पंजाब के शिक्षकों के लिए शिक्षा प्रणाली को बदलने, कॉन्ट्रैक्ट पर काम कर रहे टीचरों को पक्का करने, ट्रांसफर पॉलिसी बदलने, सभी पद भरने, विदेश से ट्रेनिंग दिलवाने, समय पर प्रमोशन, कैशलेस मेडिकल सुविधा के साथ टीचरों से कोई गैर शिक्षण कार्य न लेना शामिल है। जिसके बाद पंजाब के शिक्षा मंत्री का यह जवाब आया है।
परगट सिंह ने भी बुलाई कान्फ्रेंस
पंजाब के सरकारी स्कूलों की पोल खुलने के बाद अब शिक्षा मंत्री परगट सिंह ने भी प्रेस कान्फ्रेंस बुला ली है। वह इसमें पंजाब सरकार का पक्ष रखेंगे।