The News Air- (नई दिल्ली) कोविड-19 वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के ख़तरे को देखते हुए 15 दिसंबर से इंटरनेशनल फ्लाइट शुरू करने के फ़ैसले को टाल दिया गया है। एविएशन रेगुलेटर DGCA ने बुधवार को कहा कि फ़िलहाल 15 दिसंबर से चालू होने वाली इंटरनेशनल फ्लाइट के निर्णय पर रोक लगा दी गई है। नई तारीख़ जल्द ही घोषित की जाएगी। यह फ़ैसला ओमिक्रॉन की वजह से लिया गया है।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 नवंबर को ओमिक्रॉन को लेकर समीक्षा बैठक की थी। इसमें 15 दिसंबर से अंतरराष्ट्रीय यात्रा शुरू करने के फ़ैसले पर विचार करने के लिए कहा गया था। पीएम ने विदेश से आने वाले लोगों की सख़्त निगरानी करने की बात भी कही थी।
619 दिनों से लगा है इंटरनेशनल फ्लाइट पर बैन
सरकार ने क़रीब 619 दिन से इंटरनेशनल फ्लाइट्स पर बैन लगा रखा है। पिछले साल कोरोना लॉकडाउन से 3 दिन पहले 22 मार्च को इंटरनेशनल फ्लाइट्स पर बैन लगाया गया था। इस साल 26 नवंबर को बैन ख़त्म करने की घोषणा की गई थी। इस दौरान कहा गया था कि 15 दिसंबर से 14 देशों को छोड़कर रेगुलर इंटरनेशनल फ्लाइट्स शुरू हो जाएंगी। हालांकि यूके, फ्रांस, जर्मनी, नीदरलैंड, फिनलैंड, साउथ अफ़्रीका, ब्राज़ील, चीन, मॉरीशस, सिंगापुर, बांग्लादेश, बोत्सवाना, ज़िम्बाबवे और न्यूज़ीलैंड को इस लिस्ट से बाहर रखा गया था।
कोरोना का ओमिक्रॉन वैरिएंट ख़तरनाक क्यों?
कोविड-19 वायरस का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन तेज़ी से म्यूटेट होता है। इस नए वैरिएंट को कुछ महीनों पहले पूरी दुनिया में तबाही मचा चुके डेलटा से भी अधिक ख़तरनाक बताया जा रहा है, क्योंकि ओमिक्रॉन में अब तक 50 म्यूटेशन हो चुके हैं।
WHO ने इसे वैरिएंट ऑफ़ कंसर्न की कैटेगरी में रखा है। इसके स्पाइक प्रोटीन में ही 30 म्यूटेशन हो चुके हैं। दरअसल, स्पाइक प्रोटीन के ज़रिए ही वायरस इंसान की कोशिकाओं में घुसने के रास्ते को खोलता है। वैक्सीन स्पाइक प्रोटीन के ख़िलाफ़ ही एंटीबॉडी तैयार करके शरीर को इसके ख़िलाफ़ लड़ने के लिए तैयार करती है।