The News Air- (चंडीगढ़) दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (DSGMC) के प्रधान मनजिंदर सिंह सिरसा ने अचानक इस्तीफ़ा दे दिया। सिरसा अब भाजपा में शामिल हो गए हैं। दिल्ली में केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, गजेंद्र सिंह शेखावत, राष्ट्रीय महामंत्री दुष्यंत गौतम सहित दूसरे बड़े नेताओं ने उन्हें भाजपा में शामिल किया। शेखावत ने कहा कि सिरसा के आने से पंजाब चुनाव में भाजपा को बड़ा फ़ायदा होगा।
सिरसा के अचानक इस्तीफ़े से पंजाब में शिरोमणि अकाली दल (बादल) को बड़ा झटका लगा है। सिरसा तेजतर्रार प्रवक्ता माने जाते हैं। उनके अकाली दल छोड़ने और भाजपा में शामिल होने से पंजाब में अकाली दल के लिए मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं।
इस्तीफ़े के पीछे बताया निजी कारण
मनजिंदर सिरसा ने इस्तीफ़े में DSGMC के सभी सदस्यों और महासचिव को संबोधित करते हुए कहा कि वह निजी कारणों से प्रेजीडेंट से पद से त्यागपत्र दे रहे हैं। इसके बाद सिरसा ने अपने त्यागपत्र की कापी अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर की। सिरसा ने कहा कि वह अपने साथ काम करने वाले सभी सदस्यों, पदाधिकारियों और अन्य लोगों को बता देना चाहते हैं कि उन्होंने दिल्ली सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी के अध्यक्ष पद से इस्तीफ़ा दे दिया है। वह भविष्य में अब दिल्ली सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट कमेटी की चुनाव नहीं लड़ेगें, लेकिन अपने समुदाय, राष्ट्र और मानवता की सेवा वह पहले कि तरह ही करते रहेंगे।
अकाली दल में हड़कंप
मनजिंदर सिंह सिरसा के इस्तीफ़ा से शिरोमणि अकाली दल में हड़कंप मच गया है। पंजाब में चुनाव सिर पर हैं और ऐसे वक़्त में वरिष्ठ अकाली नेता का अचानक डीएसजीएमसी अध्यक्ष पद से त्यागपत्र देना किसी के भी गले से नहीं उतर रहा है।
चुनावी हार बनी इस्तीफ़े की वजह
इस्तीफ़े के पीछे पिछले दिनों DSGMC के चुनाव में भीतर घात को भी कारण माना जा रहा है। हाल ही में हुए चुनाव में शिरोमणि अकाली दल को ताबड़तोड़ जीत मिली थी लेकिन अध्यक्ष पद का चेहरा रहे मनजिंदर सिंह सिरसा को हार का मुंह देखना पड़ा था। बेशक अकाली दल के प्रधान सुखबीर बादल ने हार के बावज़ूद सिरसा को फिर से प्रधान बना दिया था परंतु अंदर सें वह काफ़ी निराश चल रहे थे।