Donald Trump Trade Deal: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) एक बार फिर अपने दावे को लेकर विवादों में हैं। हाल ही में उन्होंने कहा कि भारत (India) ने अमेरिकी उत्पादों पर टैरिफ कम करने का वादा किया है। लेकिन अब भारत सरकार ने इस दावे को सिरे से खारिज कर दिया है।
वाणिज्य सचिव सुनील बरथवाल (Sunil Barthwal) ने संसदीय पैनल को स्पष्ट रूप से बताया कि अमेरिका के साथ टैरिफ कटौती को लेकर कोई प्रतिबद्धता नहीं जताई गई है। उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता जारी है, लेकिन अभी तक कोई फाइनल ट्रेड एग्रीमेंट नहीं हुआ है।
“कोई मनमानी टैरिफ कटौती नहीं होगी” – भारत का रुख साफ
संसदीय समिति के सदस्यों ने ट्रंप के दावे पर चिंता जताई, जिस पर वाणिज्य सचिव ने जवाब दिया कि मीडिया रिपोर्ट्स और अमेरिकी राष्ट्रपति के बयानों के आधार पर कोई निष्कर्ष नहीं निकाला जा सकता। भारत की नीति पूरी तरह से स्वतंत्र और राष्ट्रीय हितों पर केंद्रित है।
उन्होंने आगे कहा कि भारत फ्री ट्रेड (Free Trade) का समर्थन करता है, लेकिन घरेलू अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण उद्योगों पर टैरिफ में मनमानी कटौती नहीं करेगा। भारत केवल द्विपक्षीय वार्ता के जरिए व्यापार समझौते करेगा, जिसमें राष्ट्रीय हितों से समझौता नहीं किया जाएगा।
“कनाडा और मैक्सिको से भारत की तुलना सही नहीं”
बरथवाल ने भारत की तुलना कनाडा (Canada) और मैक्सिको (Mexico) से किए जाने को भी खारिज किया। उन्होंने कहा कि अमेरिका के कनाडा और मैक्सिको के साथ अवैध प्रवास, घुसपैठ और सुरक्षा के मुद्दों पर मतभेद हैं, जबकि भारत का मामला अलग है। भारत वही समझौता करेगा जो दोनों देशों के हित में हो।
अमेरिकी टैरिफ नीतियों का ग्लोबल बाजार पर असर
डोनाल्ड ट्रंप लगातार अन्य देशों से आने वाले उत्पादों पर टैरिफ बढ़ाने का ऐलान कर रहे हैं। इसका दुनिया भर के बाजारों पर नकारात्मक असर हो रहा है।
- Dow Jones, Wall Street, और Bombay Stock Exchange में गिरावट देखी जा रही है।
- भारत ने अमेरिका के साथ व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने के लिए सितंबर 2025 तक का समय मांगा है।
अब क्या होगा?
भारत और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता जारी है, लेकिन ट्रंप के दावे के विपरीत, अभी कोई समझौता फाइनल नहीं हुआ। यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले महीनों में भारत और अमेरिका की व्यापार नीतियां किस दिशा में जाती हैं।