Thalapathy Vijay Iftar Party Controversy: तमिल सुपरस्टार थलापति विजय (Thalapathy Vijay) की इफ्तार पार्टी अब विवादों में घिर गई है। जहां एक ओर इसे धर्मनिरपेक्षता की मिसाल बताया जा रहा था, वहीं दूसरी ओर मुस्लिम संगठन तमिलनाडु सुन्नत जमात (Tamil Nadu Sunnat Jamaat) ने इस पर आपत्ति जताते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।
संगठन का आरोप है कि इस इफ्तार पार्टी में अवैध गतिविधियों में लिप्त लोग शामिल थे, जिससे मुस्लिम समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंची। इसके अलावा, संगठन ने आरोप लगाया कि विजय द्वारा नियुक्त विदेशी सुरक्षा गार्ड्स ने मेहमानों के साथ “गायों जैसा व्यवहार” किया और उनका अपमान किया।
क्यों हुआ विवाद?
7 मार्च को चेन्नई (Chennai) में थलापति विजय ने एक भव्य इफ्तार पार्टी आयोजित की थी। इस कार्यक्रम में उन्होंने मुस्लिम समुदाय के लोगों के साथ रोजा खोला और उनके साथ बैठकर इफ्तार किया। इस दौरान विजय सफेद कुर्ता, धोती और टोपी में नजर आए।
इफ्तार खत्म होने के बाद, विजय ने अपनी प्रचार वैन के सनरूफ से बाहर आकर अपने प्रशंसकों का अभिवादन भी किया। लेकिन तमिलनाडु सुन्नत जमात के कोषाध्यक्ष सैयद कौस (Syed Kaus) ने आरोप लगाया कि इस इफ्तार पार्टी में नशे में धुत और आपराधिक प्रवृत्ति के लोग मौजूद थे, जिससे मुसलमानों की बेइज्जती हुई।
उन्होंने यह भी दावा किया कि विजय के निजी विदेशी सुरक्षा गार्ड्स ने मेहमानों को सम्मान नहीं दिया और उनके साथ “गायों जैसा व्यवहार” किया।
मुस्लिम संगठन ने क्या कहा?
लाइव मिंट (Live Mint) की रिपोर्ट के अनुसार, तमिलनाडु सुन्नत जमात के कोषाध्यक्ष सैयद कौस ने कहा,
“हमने यह शिकायत सिर्फ पब्लिसिटी के लिए नहीं की है। विजय के इस इफ्तार कार्यक्रम में मुसलमानों की तौहीन हुई है। हम चाहते हैं कि उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई हो ताकि आगे ऐसा न हो।”
सोशल मीडिया पर छिड़ी बहस
इस पूरे विवाद के बाद सोशल मीडिया पर भी जबरदस्त बहस छिड़ गई है।
- कुछ लोग थलापति विजय की इस पहल को धार्मिक सौहार्द (Communal Harmony) बताकर उनकी तारीफ कर रहे हैं।
- वहीं, कुछ लोग इसे “राजनीतिक स्टंट” करार दे रहे हैं।
- वीडियो वायरल होने के बाद समर्थकों ने इसे विजय की धर्मनिरपेक्ष छवि (Secular Image) का उदाहरण बताया।
- जबकि आलोचकों ने इसे “तुष्टिकरण की राजनीति” बताया।
क्या होगी अगली कार्रवाई?
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि तमिलनाडु पुलिस (Tamil Nadu Police) इस शिकायत पर क्या कार्रवाई करती है।
फिलहाल, थलापति विजय की ओर से इस विवाद पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। लेकिन इस विवाद ने उनकी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं को लेकर भी चर्चाओं को जन्म दे दिया है।