The News Air –(चंडीगढ़) पंजाब में फिरोजपुर जाते समय PM नरेंद्र मोदी के नेशनल हाईवे पर फंस जाने से जुड़े मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। बठिंडा-फिरोजपुर नेशनल हाईवे पर प्यारेआना गांव के पास जाम पंजाब पुलिस के कारण लगा। तय शेड्यूल के मुताबिक़ फिरोजपुर DC दफ़्तर पर विरोध प्रदर्शन करने जा रहे किसानों को पुलिस ने ही यहां रोका, जिसकी वजह से हाईवे ब्लॉक हो गया। जिससे PM नरेंद्र मोदी के क़ाफिले को 20 मिनट सड़क पर खड़े रहना पड़ा। इस नए खुलासे के बाद पंजाब पुलिस सवालों के घेरे में है।
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जब प्यारेआना गांव के पास इकट्ठा हुए किसानों की अगुवाई कर रहे भारतीय किसान यूनियन क्रांतिकारी के अध्यक्ष सुरजीत सिंह फूल से पूरे घटनाक्रम पर बात की। फूल के अनुसार, उनका हाईवे ब्लॉक करने या PM की सुरक्षा ख़तरे में डालने का कोई प्रोग्राम या इरादा नहीं था।
फूल ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फिरोजपुर रैली अनाउंस होने के बाद पंजाब के 10 अलग-अलग किसान संगठनों ने बरनाला में मीटिंग की। इसी मीटिंग में तय हुआ कि 5 जनवरी को जब PM पंजाब में होंगे, उस दिन सभी किसान संगठनों के सदस्य अलग-अलग ज़िला हेडक्वार्टरों पर विरोध प्रदर्शन करके उनके पुतले जलाएंगे। इस प्रोग्राम की जानकारी मीडिया के अलावा सभी ज़िलों में प्रशासनिक अफ़सरों को भी दी गई।
फेरूशाह मंडी से रवाना हुए 700 किसान
फूल के अनुसार, 5 जनवरी की सुबह 9 बजे के आसपास तय प्रोग्राम के मुताबिक़ फिरोजपुर ज़िले के कई गांवों के किसान फेरूशाह अनाज मंडी में इकट्ठा हुए और वहाँ से किसान नेता बलदेव सिंह जीरा की अगुवाई में फिरोजपुर DC दफ़्तर के लिए कूच किया। सुबह तक़रीबन 11 बजे जब लगभग 700 किसानों का जत्था बठिंडा-फिरोजपुर हाईवे पर प्यारेआना गांव के पास पहुंचा तो वहाँ मौजूद पंजाब पुलिस ने उन्हें रोक दिया। किसानों के यह बताने पर भी वह DC दफ़्तर पर प्रदर्शन करने जा रहे, पंजाब पुलिस ने उन्हें आगे जाने की अनुमति नहीं दी।
प्यारेआना गांव के पास पुलिस ने रोका
फूल के मुताबिक़, मौक़े पर मौजूद पुलिसवालों ने किसानों से कहा कि वह PM की रैली में ख़लल डालने जा रहे हैं, इसलिए उन्हें आगे जाने की अनुमति नहीं दी जा सकती। पुलिस अफ़सरों का कहना था कि किसान चाहें तो यहीं (प्यारेआना गांव के पास) हाईवे के किनारे अपना विरोध जता सकते हैं। इस पर बलदेव सिंह जीरा ने पुलिसवालों को चेताया भी कि अगर उनके जत्थे को आगे जाने की इजाज़त नहीं दी गई तो वह यहां से BJP वर्करों की बसों को भी आगे नहीं जाने देंगे। पुलिसवालों ने जीरा की चेतावनी पर ध्यान नहीं दिया।
पुलिसवालों के रवैये से नाराज़ होकर उनके जत्थे के सदस्य हाईवे पर बैठ गए, जिसकी वजह से रास्ता बंद हो गया। रैली में जा रहे BJP वर्करों की 100 से ज़्यादा बसें फंस गईं। बाद में पुलिस अफ़सरों ने BJP वर्करों की बसों को रूट डायवर्ट करके गांवों के ज़रिये आगे निकालना शुरू किया।
पुलिस ने बताया ही नहीं कि PM सड़क से आ रहे
सुरजीत सिंह फूल के अनुसार, हाईवे 11 बजे बंद हुआ। उसके घंटे भर बाद भी पंजाब पुलिस के किसी अधिकारी ने उनके जत्थे को एक बार भी ये नहीं बताया कि प्रधानमंत्री मोदी इसी रूट से फिरोजपुर जाने वाले हैं। किसानों को तो तब तक यही पता था कि प्रधानमंत्री मोदी बठिंडा से हेलिकॉप्टर के ज़रिये फिरोजपुर पहुंचेंगे, जहां उनके लिए 3 हेलीपैड बनाए गए हैं।
12 बजे अचानक कहा- हाईवे ख़ाली करो, मोदी आ रहे
भारतीय किसान यूनियन क्रांतिकारी के अध्यक्ष सुरजीत सिंह फूल के अनुसार, दोपहर लगभग 12 बजे पंजाब पुलिस के कुछ अफ़सरों ने अचानक PM मोदी के आने की बात कहते हुए उनके जत्थे से हाईवे ख़ाली करने को कहा। उन्हें पुलिसवालों की बात पर यक़ीन नहीं हुआ क्योंकि PM के हेलिकॉप्टर से फिरोजपुर पहुंचने का प्रोग्राम था। उस समय तक कुछ सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर मोदी के हुसैनीवाला पहुंचने की ख़बरें भी आने लगीं। ऐसे में उनके जत्थे को लगा कि पुलिसवाले शायद BJP वर्करों की बसें निकालने के लिए उनसे झूठ बोल रहे हैं क्योंकि PM का रैली स्थल इसी हाईवे लगभग 10 किलोमीटर आगे था।
सुरजीत सिंह फूल ने स्पष्ट किया कि उनका हाईवे ब्लॉक करने या PM का रास्ता रोकने जैसा कोई प्रोग्राम नहीं था। अगर पंजाब पुलिस फिरोजपुर DC दफ़्तर पर प्रदर्शन करने जा रहे उनके जत्थे को प्यारेआना गांव के पास नहीं रोकती तो यह नौबत ही नहीं आती।