The News Air –(चंडीगढ़) प्रदेश के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने गुरुवार को लुधियाना ज़िले के माछीवाड़ा में अपनी चुनावी सभा में ख़ुद ही कोरोना गाइडलाइन का पालन नहीं किया। मुख्यमंत्री ख़ुद बिना मास्क स्टेज पर पहुंचे और कैबिनेट मंत्री गुरकीरत कोटली के साथ सोफ़े पर बैठे रहे। ऐसा ही नज़ारा पंडाल में में भी देखने को मिला।
सरकार चला रहे मुख्यमंत्री की ऐसी लापरवाही ख़तरनाक है क्योंकि पंजाब में एक ही दिन में 1811 कोरोना मरीज़ मिले हैं। लुधियाना ज़िले में तो पिछले तीन दिन में रिकॉर्ड कोरोना मरीज़ सामने आ रहे हैं। पंजाब में अब तक इस बीमारी के कारण 16657 लोग जान गंवा चुके हैं और करोड़ों रुपए बर्बाद हो चुके हैं। पंजाब सरकार सभी के लिए मास्क पहनना अनिवार्य कर चुकी है। इसका पालन न करने वालों के चालान काटे जा रहे हैं मगर सभा में सीएम दूसरे नेताओं से बिना मास्क लगाए बात करते रहे।
कल ही प्रधानमंत्री की रद्द हुई थी रैली
बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फिरोजपुर में रैली थी और उनकी तरफ़ से 42 हज़ार करोड़ रुपए के प्रोजेक्टों का नींव पत्थर भी रखना था। मगर बठिंडा से फिरोजपुर जाते समय रास्ता बंद होने की वजह से उन्हें वापस लौटना पड़ा और उनकी फिरोजपुर रैली रद्द हो गई। इसके बाद से ही पूरे देश में राजनीति गरमाई हुई है। कांग्रेस और भाजपा आमने सामने हैं। प्रधानमंत्री के वापस जाने पर सुरक्षा में चूक कही जा रही है तो देखना यह होगा कि वह इस पर मंच से क्या बयान देते हैं।
कोरोना की वजह से पाबंदियां, फिर सीएम की रैली क्यों
पिछले 5 दिन में ज़िले में 527 कोरोना के मरीज़ सामने आए हैं, जिसके बाद स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी बंद कर दी गई। जिम बंद कर दिए गए और कई जगहों पर आधी संख्या को काम करने को कहा गया है। मास्क पहनना ज़रूरी कर दिया गया है। भीड़ में जाने की मनाही है तो दूसरी तरफ़ प्रदेश के मुख्यमंत्री जनसभा कर लोगों को इक्ट्ठा कर रहे हैं।