White House Meeting: Modi Meets Musk – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और टेस्ला (Tesla) के सीईओ एलन मस्क (Elon Musk) के बीच बहुप्रतीक्षित मुलाकात गुरुवार (13 फरवरी) को वाशिंगटन डी.सी. (Washington D.C.) में व्हाइट हाउस (White House) में होने जा रही है। इस बैठक में Tesla, AI नीति और Starlink के भारत में विस्तार को लेकर महत्वपूर्ण चर्चा होने की उम्मीद जताई जा रही है।
व्हाइट हाउस में क्यों खास है ये मुलाकात?
पीएम मोदी के इस दौरे में कई वैश्विक नेताओं से मुलाकात का कार्यक्रम तय है, लेकिन एलन मस्क के साथ बैठक सबसे ज्यादा सुर्खियों में है।
मस्क अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के करीबी माने जाते हैं और उनके विशेष सलाहकारों में शामिल हैं। दोनों नेताओं के बीच भारत में टेस्ला के भविष्य, इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) और सस्ते इंटरनेट सेवा Starlink को लेकर बातचीत हो सकती है।
पहले भी हो चुकी है Modi-Musk की मुलाकात
यह पहली बार नहीं है जब पीएम मोदी और एलन मस्क आमने-सामने बैठने वाले हैं। 2015 में प्रधानमंत्री मोदी सैन जोस (San Jose) में टेस्ला फैक्ट्री (Tesla Factory) के दौरे पर गए थे। उस समय मस्क ने उन्हें टेस्ला के प्लांट का दौरा करवाया था और भारत में EV सेक्टर पर चर्चा हुई थी। लेकिन अब परिस्थितियां बदल चुकी हैं – मस्क तब डेमोक्रेटिक पार्टी के समर्थक थे, लेकिन अब वह डोनाल्ड ट्रंप के मुख्य सलाहकारों में गिने जाते हैं।
भारत में Tesla और Starlink की एंट्री?
सूत्रों के अनुसार, इस बैठक में भारत में Tesla के निर्माण, निवेश और Starlink इंटरनेट सेवा पर अहम फैसले हो सकते हैं। टेस्ला (Tesla) पहले भी भारत में EV मार्केट में उतरने में रुचि दिखा चुका है। लेकिन कई प्रशासनिक बाधाओं और टैक्स नियमों की वजह से यह संभव नहीं हो सका। स्टारलिंक (Starlink) की सैटेलाइट इंटरनेट सेवा को भारत में लाने पर भी चर्चा हो सकती है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में सस्ता और तेज़ इंटरनेट उपलब्ध कराया जा सकता है।
क्या भारत को मिलेगा सस्ता इंटरनेट?
अगर Starlink को भारत में मंजूरी मिलती है, तो यह देश में इंटरनेट सेवाओं के लिए गेम-चेंजर साबित हो सकता है। ग्रामीण और दूरदराज़ के इलाकों में सस्ते इंटरनेट की सुविधा मिल सकती है। भारत सरकार AI नीति पर भी काम कर रही है, जिसमें मस्क का योगदान अहम हो सकता है।
राजनीतिक और आर्थिक असर
PM मोदी की यह बैठक इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि एलन मस्क अब अमेरिकी प्रशासन में ‘सरकारी दक्षता विभाग’ (Government Efficiency Department) के प्रमुख हैं। उनकी नई भूमिका का उद्देश्य अमेरिकी संघीय कार्यक्रमों और नियमों को प्रभावी बनाना है। इस बैठक का असर भारत-अमेरिका के आर्थिक और रणनीतिक संबंधों पर भी पड़ सकता है।
Modi-Musk मुलाकात से क्या निकलेगा?
- व्हाइट हाउस में PM मोदी और एलन मस्क की हाई-प्रोफाइल बैठक होगी।
- Tesla और Starlink के भारत में विस्तार पर अहम चर्चा संभव।
- सस्ते इंटरनेट और AI नीति को लेकर भारत के लिए नई संभावनाएं खुल सकती हैं।
- इस बैठक के राजनीतिक और आर्थिक स्तर पर बड़े नतीजे देखने को मिल सकते हैं।