Delhi Assembly Elections 2025 के नतीजों के बाद आम आदमी पार्टी (AAP) को पहली बार विपक्ष में बैठना पड़ेगा। लगातार तीन बार सरकार बनाने के बाद अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) को अब एक बड़ा फैसला लेना होगा— दिल्ली विधानसभा (Delhi Assembly) में ‘आप’ का विपक्षी चेहरा कौन होगा?
22 सीटों तक सिमटी AAP को नया नेता चुनना जरूरी
इस बार आम आदमी पार्टी महज 22 सीटों तक सिमट गई है, जबकि बीजेपी (BJP) ने भारी बहुमत से सरकार बनाई है। केजरीवाल खुद नई दिल्ली (New Delhi) सीट से हार गए, मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia), सत्येंद्र जैन (Satyendra Jain), सौरभ भारद्वाज (Saurabh Bhardwaj), और राखी बिड़लान (Rakhi Birla) जैसे दिग्गज नेता भी विधानसभा में नहीं पहुंच सके। ऐसे में अब पार्टी को एक ऐसा नेता खोजना होगा, जो विपक्ष की भूमिका सही तरीके से निभा सके।
क्या आतिशी होंगी ‘आप’ की नेता विपक्ष?
राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो आतिशी मार्लेना (Atishi Marlena) इस दौड़ में सबसे आगे हैं।
- उन्होंने इस बार कालकाजी (Kalkaji) सीट से बीजेपी के रमेश बिधूड़ी (Ramesh Bidhuri) को हराया।
- केजरीवाल ने उन पर पहले ही भरोसा जताया था और उन्हें डेढ़ दर्जन विभागों की जिम्मेदारी दी थी।
- इसके अलावा उन्हें अंतरिम मुख्यमंत्री भी बनाया गया था।
- आतिशी एक तेज-तर्रार नेता मानी जाती हैं और बहस में माहिर हैं, जो नेता विपक्ष के लिए सबसे अहम योग्यता होती है।
इन नामों पर भी हो सकता है विचार
हालांकि, आतिशी के अलावा कुछ और नाम भी चर्चा में हैं।
गोपाल राय (Gopal Rai) –
- AAP के संस्थापक सदस्यों में से एक हैं।
- बाबरपुर (Babarpur) से तीसरी बार चुनाव जीते।
- पार्टी उनके जरिए पूर्वांचली वोटरों को साध सकती है।
संजीव झा (Sanjeev Jha) –
- ‘आप’ के मजबूत नेता और पूर्वांचली कार्ड का दूसरा विकल्प।
- मटियाला (Matiala) से विधायक।
कुलदीप कुमार (Kuldeep Kumar Monu) –
- युवा दलित चेहरा, जिन्हें केजरीवाल पसंद कर सकते हैं।
- MCD में सफाई कर्मचारी के बेटे होने की वजह से दलित वोटर्स को प्रभावित कर सकते हैं।
- कोंडली (Kondli) से विधायक।
नेता विपक्ष का चयन क्यों अहम?
दिल्ली विधानसभा में विपक्षी नेता का रोल बेहद महत्वपूर्ण होगा क्योंकि बीजेपी सरकार को चुनौती देने के लिए AAP को एक दमदार आवाज चाहिए। विपक्ष का काम केवल सरकार की आलोचना करना नहीं होता, बल्कि जनहित से जुड़े मुद्दों को प्रभावी तरीके से उठाना भी होता है।
केजरीवाल कब करेंगे फैसला?
सूत्रों के मुताबिक, आम आदमी पार्टी अगले कुछ दिनों में इस पर निर्णय ले सकती है। आतिशी सबसे मजबूत उम्मीदवार मानी जा रही हैं, लेकिन पार्टी अन्य नामों पर भी विचार कर रही है।