नई दिल्ली, 10 सितंबर (The News Air)
भारत ने वित्तीय डेटा-साझा प्रणाली – अकाउंट एग्रीगेटर (AA) नेटवर्क को लॉन्च किया, जो इंवेस्टमेंट औरलोन के क्षेत्र में क्रांति ला सकता है। इससे लाखों कस्टमर को अपने फायनेंस रिकॉर्ड के इस्तेमाल में आसानी होगी और वे इस पर कंट्रोल रख पाएंगे। इसके जरिए लोन देने वाले तथा फिनटेक कंपनियों के लिए ग्राहकों की संभावित संख्या में अत्यधिक विस्तार हो सकता है। अकाउंट एग्रीगेटर व्यक्ति को अपने पर्सनल फायनेंस डेटा पर कंट्रोल के साथ मजबूत बनाता है, जो डेटा सामान्यतया अलग-थलग और आसान पहुंच से बाहर रहते हैं।
यह भारत में ओपन बैंकिंग की व्यवस्था शुरू करने की दिशा में पहला कदम है, जो लाखों ग्राहकों को सुरक्षित और कुशल तरीके से अपने वित्तीय डेटा तक डिजिटल रूप में पहुंचने और इसे अन्य संस्थानों के साथ शेयर करने के लिए मजबूत बनाता है।
बैंकिंग में अकाउंट एग्रीगेटर प्रणाली, भारत के 8 सबसे बड़े बैंकों के साथ शुरू की गई है। अकाउंट एग्रीगेटर प्रणाली ऋण और धन प्रबंधन को बहुत तेज और किफायती बना सकता है।
1) अकाउंट एग्रीगेटर क्या है ?
अकाउंट एग्रीगेटर (AA) RBI द्वारा विनियमित एक ऐसी UNIT है, ( NBFC-AA लाइसेंस के साथ) जो किसी व्यक्ति को सुरक्षित और डिजिटल रूप में एक वित्तीय संस्थान से प्राप्त अपने खाते की जानकारी को (AA) में शामिल किसी अन्य विनियमित वित्तीय संस्थान के साथ शेयर करने में मदद करती है। व्यक्ति की सहमति के बिना डेटा को शेयर नहीं किया जा सकता है । ऐसी सुविधा देने वाले कई अकाउंट एग्रीगेटर होंगे और उपभोक्ता जिसे चाहे उसे चुन सकता है।
अकाउंट एग्रीगेटर; आपके डेटा के प्रत्येक उपयोग के लिए ‘ब्लैंक चेक’ स्वीकृति के लंबे नियम और शर्तों के बदले एक छोटे, चरण-दर-चरण अनुमति और कंट्रोल का प्रपोजल देता है।
2) नया अकाउंट एग्रीगेटर नेटवर्क, व्यक्ति के वित्तीय कामकाज को कैसे आसान बनाएगा?
भारत की वित्तीय प्रणाली में कस्टमर को कई परेशानियां का सामना करना पड़ता है, जैसे बैंक खाता विवरण की भौतिक रूप से हस्ताक्षरित और स्कैन की गई प्रतियों को शेयर करना, डॉक्युमेंट को नोटरी से हस्ताक्षर करवाने या मुहर लगाने के लिए इधर-उधर परेशान होना या किसी तीसरे पक्ष को अपना वित्तीय विवरण देने के क्रम में व्यक्तिगत यूसर्स नाम और पासवर्ड शेयर करना। अकाउंट एग्रीगेटर नेटवर्क इन सभी समस्याओं के बदले एक सरल, मोबाइल-आधारित और सुरक्षित तरीके से डिजिटल डेटा तक पहुंचने व शेयर करने की प्रोसेस की पेशकश करता है। यह नई प्रकार की सेवाओं के लिए अवसर बनाएगा ।
एक बैंक को केवल अकाउंट एग्रीगेटर नेटवर्क से जुड़ने की आवश्यकता है। 8 बैंक पहले से ही सहमति के आधार पर डेटा साझा कर रहे हैं, 4 बैंक यह सुविधा शुरू कर चुके हैं, (एक्सिस, आईसीआईसीआई, एचडीएफसी और इंडसइंड बैंक) और 4 जल्द ही शुरू करने वाले हैं (भारतीय स्टेट बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक और फेडरल बैंक)।