मुंबई (The News Air): शरद पवार गुट बनाम अजित पवार गुट के बीच सियासी घमासान (NCP Split) जारी है। दोनों तरफ से एक दूसरे पर जमकर बयानबाजी की जा रही है। दोनों गुटों की तरफ से आज अपनी अपनी ताकत दिखने के लिए शक्तिप्रदर्शन किया जा रहा है। एक तरफ जहां पर अजित पवार अपनी ताकत का प्रदर्शन कर जता रहे हैं कि उनकी मजबूती कितीनी है। वहीं दूसरी तरफ अपने अनुभव और राजनीति के चाणक्य माने जाने वाले शरद पवार ने भी मोर्चा थाम लिया है। इसी कड़ी में दोनों तरफ से जमकर बयानबाजी भी हो रही है।
अजित पवार के बाद शरद पवार ने अपने गुट के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि अगर आप किसी चीज से खुश नहीं थे तो मुझसे आकर कहते, उसका हल निकालने का हम प्रयास करते। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि 24 साल इस पार्टी को हो गया है और इस पार्टी में शामिल कार्यकर्ता कैसे मंत्री बनता है और वो राज्य की बागडोर कैसे संभाल सकता है वो यहां पर देखने को मिला।
पार्टी का चुनाव चिह्न हमारे पास
एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि पार्टी का चुनाव चिह्न हमारे पास है, वह कहीं नहीं जायेगा। जो लोग और पार्टी कार्यकर्ता हमें सत्ता में लाए, वे हमारे साथ हैं। उन्होंने कहा कि जिन विधायकों ने अलग होने का फैसला किया, उन्होंने हमें विश्वास में नहीं लिया। अजित पवार गुट ने किसी भी प्रक्रिया का पालन नहीं किया है।
जो शिवसेना के साथ हुआ, वही एनसीपी के साथ करना चाहते हैं
मुंबई में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि आज पूरा देश हम पर नजर रख रहा है। एनसीपी के लिए यह बैठक ऐतिहासिक है। हमें अपने रास्ते में आने वाली बाधाओं के बावजूद आगे बढ़ते रहना होगा। बीजेपी पर निशाना साधते हुए एनसीपी प्रमुख ने कहा कि जो शिवसेना के साथ हुआ, वही एनसीपी के साथ करना चाहते हैं। हमें सत्ता की भूख नहीं है, हम लोगों के लिए काम करते रहेंगे। शरद पवार ने कहा कि बीजेपी ने एनसीपी को एक भ्रष्ट पार्टी बताया था। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने कहा कि एनसीपी ने 70 करोड़ का स्कैम किया है। लेकिन अब ऐसी क्या जरूरत आ गई की उसी पार्टी के नेताओं को अपने साथ ले लिया।
बता दें कि मुंबई के वाई.बी. चव्हाण सेंटर में हो रही शरद पवार गुट की मीटिंग रखी गई थी। पवार के इस मीटिंग में कुल में 13 विधायक और चार सांसद पहुंचे।
शरद पवार के समर्थन में पहुंचे नेताओं के नाम:
किरण लहामाटे, अशोक पवार, रोहित पवार, राजेंद्र शिंगणे, अनिल देशमुख, बालासाहेब पाटिल, सुनील भुसारा, राजेश टोपे, चेतन टोपे, जितेंद्र आव्हाड, संदीप क्षीरसागर, जयंत पाटिल और विधायक सुमन पाटिल की जगह उनके बेटे रोहित पाटिल पहुंचे।
अजित पवार के समर्थन में पहुंचे नेताओं के नाम:
छगन भुजबल, हसन मुश्रिफ, नरहरि झिरवाल, संग्राम जगताप, दिलीप बनकर, सुनील टिंगरे, सुनील शेलके, बालासाहेब अजाबे, दीपक चव्हाण, दिलीप मोहिते, अनिल पाटिल, मानिक राव, दिलीप वाल्से पाटिल, अदिती तटकरे, धनंजय मुंडे, धर्मराव अत्राम, अन्ना बंसोड, नीलेश लंके, इंद्रनील नाइक, शेखर निकम, संजय शिंदे, राजू कोरमारे, बबनराव शिंदे सुनील शेलके, दत्तात्रय भरणे, संजय बंसोड़, यशवंत माने, नितिन पवार, पहुंचे।