Sunita Williams News – भारतीय मूल की अमेरिकी एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स (Sunita Williams) और उनके साथी विल्मोर बुच (Wilmore Butch) लंबे समय से अंतरिक्ष में हैं। अब वे 16 मार्च को पृथ्वी पर लौटने वाले हैं, जिससे उनके प्रशंसकों में उत्साह है। हालांकि, नासा (NASA) के एक पूर्व एस्ट्रोनॉट ने सुनीता की वापसी को लेकर एक बड़ी चिंता जताई है।
नासा के पूर्व अंतरिक्ष यात्री लेरॉय चियाओ (Leroy Chiao) ने खुलासा किया कि लंबे समय तक अंतरिक्ष में रहने के बाद एस्ट्रोनॉट्स को पृथ्वी पर लौटने के बाद चलने में दिक्कत हो सकती है। चियाओ के अनुसार, माइक्रोग्रैविटी (Microgravity) की वजह से अंतरिक्ष यात्रियों के पैर कमजोर हो जाते हैं, जिससे उनके कदम छोटे बच्चों की तरह लड़खड़ा सकते हैं।
माइक्रोग्रैविटी का असर: बेबी फीट और बैलेंस की दिक्कत
चियाओ ने बताया कि अंतरिक्ष में पैरों पर भार नहीं पड़ता, जिससे उनके तलवे का मोटा हिस्सा (Calluses) धीरे-धीरे खत्म हो जाता है। उन्होंने कहा, “आप मूल रूप से अपनी त्वचा का मोटा हिस्सा खो देते हैं। पैरों की पकड़ कमजोर हो जाती है, जिससे उन्हें ‘बेबी फीट’ जैसी समस्या हो सकती है।”
इसके अलावा, जब एस्ट्रोनॉट धरती पर लौटते हैं, तो उन्हें चक्कर आना, मतली और बैलेंस की समस्या भी हो सकती है। चियाओ ने खुद के अनुभव साझा करते हुए कहा, “मेरे लिए तो यह फ्लू जैसा लगता था। सामान्य होने में कुछ हफ्ते लग जाते हैं।”
16 मार्च को होगी पृथ्वी पर वापसी
सुनीता विलियम्स और विल्मोर बुच की पहले 19 मार्च को वापसी तय थी, लेकिन अब वे 16 मार्च को ही लौट रहे हैं।
- 12 मार्च को स्पेसएक्स ड्रैगन (SpaceX Dragon) अंतरिक्ष यान लॉन्च होगा, जो उन्हें वापस पृथ्वी पर लाएगा।
- यह लॉन्च फ्लोरिडा (Florida) के कैनेडी स्पेस सेंटर (Kennedy Space Center) से फाल्कन-9 (Falcon 9 Rocket) पर किया जाएगा।
स्पेस स्टेशन में लंबा समय, सबसे कठिन दौर परिवार के लिए
सुनीता विलियम्स ने कहा कि अंतरिक्ष में रहना एक अद्भुत अनुभव रहा। उन्होंने कहा, “यह जगह बहुत बढ़िया है, और हम अपने चरम पर हैं। लेकिन लंबे समय तक यहां रहना अप्रत्याशित था।”
उन्होंने यह भी कहा कि वह अपने पालतू लैब्राडोर कुत्तों (Labrador Retrievers) से मिलने के लिए बेहद उत्साहित हैं। हालांकि, सबसे कठिन समय उनके परिवार के लिए रहा, जिन्होंने इतने महीनों तक उनका इंतजार किया।
क्या होगा आगे?
- सुनीता और विल्मोर की पृथ्वी पर लैंडिंग के बाद मेडिकल जांच होगी।
- नासा के विशेषज्ञ उनके स्वास्थ्य पर नजर रखेंगे और देखेंगे कि माइक्रोग्रैविटी ने उनके शरीर पर कितना असर डाला है।
- उन्हें री-हैब प्रोग्राम (Rehabilitation Program) से गुजरना होगा, जिससे उनका शरीर दोबारा पृथ्वी के वातावरण के अनुकूल हो सके।
सुनीता विलियम्स की घर वापसी को लेकर उत्साह तो है, लेकिन साथ ही कई चुनौतियां भी खड़ी हैं। नासा के अनुसार, माइक्रोग्रैविटी में लंबे समय तक रहने के बाद शरीर को सामान्य होने में समय लगता है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि सुनीता कितनी जल्दी इस चुनौती को पार कर पाती हैं।