School Bus Accident : हरियाणा (Haryana) के कैथल (Kaithal) जिले में सोमवार सुबह एक बड़ा हादसा हुआ जब सतलुज यमुना लिंक (SYL) नहर में एक स्कूल बस गिर गई। इस हादसे में 8 बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना जिले के नौच गांव (Nauch Village) की है, जहां गुरु नानक एकेडमी (Guru Nanak Academy) की बस स्कूली बच्चों को लेकर जा रही थी। बताया जा रहा है कि बस के शटरिंग में आई तकनीकी खराबी के कारण यह संतुलन खो बैठी और सीधे नहर में जा गिरी। इस दुर्घटना में बस चालक और महिला कंडक्टर भी घायल हुए हैं।
कैसे हुआ हादसा?
यह हादसा सुबह करीब 8 बजे हुआ जब बस पेहवा (Pehowa) से बच्चों को लेकर आ रही थी। बस सतलुज यमुना लिंक (SYL) नहर की पटरी से गुजर रही थी, तभी अचानक बस की शटरिंग में तकनीकी खराबी आ गई। खराबी के कारण चालक बस का संतुलन नहीं बना सका और बस सीधे नहर में गिर गई। बस में कुल 8 बच्चे सवार थे, जो इस हादसे में गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
स्थानीय लोगों की मदद से राहत-बचाव कार्य
जैसे ही हादसे की खबर मिली, स्थानीय लोग तुरंत मौके पर पहुंचे और बचाव कार्य में जुट गए। पुलिस की डायल 112 टीम और क्योड़क चौकी (Kyodak Chowki) पुलिस भी मौके पर पहुंची और राहत कार्य शुरू किया। स्थानीय लोगों और प्रशासन की मदद से सभी घायलों को सुरक्षित बाहर निकाला गया और इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया।
बस चालक और महिला कंडक्टर की हालत गंभीर बताई जा रही है, जबकि घायल बच्चों का भी इलाज जारी है। अस्पताल प्रशासन के मुताबिक, कुछ बच्चों की हालत नाजुक बनी हुई है और उनका इलाज डॉक्टरों की देखरेख में किया जा रहा है।
पुलिस जांच में क्या आया सामने?
पुलिस ने हादसे की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि सड़क काफी संकरी थी, जिससे बस चालक संतुलन नहीं बना सका और दुर्घटना हो गई। हालांकि, तकनीकी खराबी के कारण भी यह हादसा होने की आशंका जताई जा रही है। पुलिस इस पूरे मामले की गहराई से जांच कर रही है ताकि यह पता चल सके कि हादसे की असली वजह क्या थी।
प्रशासन की ओर से क्या कदम उठाए गए?
इस घटना के बाद प्रशासन ने सभी स्कूल बसों की फिटनेस जांच के आदेश दे दिए हैं। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि सभी स्कूल बसें पूरी तरह से सुरक्षित हों और किसी भी तरह की तकनीकी खराबी न हो। साथ ही, स्कूल बसों की मेंटेनेंस को लेकर सख्त निर्देश जारी किए गए हैं।
इस हादसे से मिली सीख
इस तरह की घटनाएं यह दर्शाती हैं कि स्कूल बसों की नियमित जांच और फिटनेस टेस्ट बेहद जरूरी हैं। सरकार और प्रशासन को चाहिए कि वे समय-समय पर स्कूल बसों की जांच करें ताकि इस तरह के हादसों को रोका जा सके।