दिल्ली में मुख्यमंत्री (Chief Minister) के चेहरे को लेकर सस्पेंस मंगलवार को खत्म हो सकता है। दोपहर बाद भाजपा (BJP) विधानमंडल दल की बैठक पंत मार्ग (Pant Marg) स्थित प्रदेश कार्यालय पर हो सकती है। इस बैठक में केंद्रीय नेताओं की मौजूदगी में भाजपा अपना नया मुख्यमंत्री चुन सकती है। इसके बाद दिल्ली (Delhi) के रामलीला मैदान (Ramlila Maidan) में 20 फरवरी को शाम साढ़े 4 बजे शपथ ग्रहण समारोह होगा।
इससे पहले नए मुख्यमंत्री को लेकर कई अटकलें लगाई जा रही हैं। इसी बीच ‘3PM’ फॉर्मूले की खूब चर्चा हो रही है। बताया जा रहा है कि इसी कोड में नए सीएम का नाम छिपा हो सकता है। आइए जानते हैं इस कोड का पूरा मतलब।
क्या है पहला P? प्रवेश वर्मा सबसे आगे!
3P की बात करें तो इसमें सबसे पहले P से हैं प्रवेश वर्मा (Parvesh Verma)। जाट समुदाय से आने वाले प्रवेश वर्मा ने नई दिल्ली (New Delhi) सीट से आम आदमी पार्टी (AAP) के मुखिया और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) को करारी शिकस्त दी थी।
प्रवेश वर्मा को मुख्यमंत्री पद के लिए सबसे मजबूत दावेदार माना जा रहा है। उन्होंने जिस तरह से केजरीवाल की घेरेबंदी की और जीत दर्ज की, उससे उनकी स्थिति और मजबूत हो गई है। इसके अलावा, जाट समुदाय (Jat Community) का समर्थन भी भाजपा के लिए महत्वपूर्ण है। जाटों ने इस बार भाजपा को दिल खोलकर वोट दिया है।
दूसरा P: पूर्वांचली समुदाय का बढ़ा दबदबा
ट्रिपल P के दूसरे P का मतलब है पूर्वांचली (Purvanchali)। दिल्ली में पूर्वांचलियों की एक बड़ी आबादी है और इनका प्रभाव लगातार बढ़ता जा रहा है। भाजपा और ‘आप’ दोनों ही पार्टियां पूर्वांचली वोट बैंक को अपने पाले में करने की कोशिश कर रही हैं।
इस चुनाव में भाजपा ने 17 ऐसी सीटों पर जीत दर्ज की है जहां पूर्वांचली वोटर्स की संख्या अधिक थी। ऐसे में चर्चा है कि भाजपा किसी पूर्वांचली चेहरे को मुख्यमंत्री बनाकर न सिर्फ दिल्ली बल्कि आगामी बिहार (Bihar) चुनाव में भी बढ़त हासिल करना चाहेगी। इस श्रेणी में अभय वर्मा (Abhay Verma) का नाम सबसे आगे चल रहा है।
तीसरा P: पंजाबी समुदाय, आप के गढ़ पर वार?
भाजपा पंजाबी (Punjabi) समुदाय को भी मुख्यमंत्री पद दे सकती है। दिल्ली में पंजाबी वोटर्स की संख्या काफी अधिक है और भाजपा इसका फायदा उठाना चाहती है। इसके अलावा, पार्टी की नजर पंजाब विधानसभा चुनाव पर भी है, जो ‘आप’ का दूसरा सबसे मजबूत गढ़ है।
पंजाबी समुदाय के नेताओं में आशीष सूद (Ashish Sood) और मनजिंदर सिंह सिरसा (Manjinder Singh Sirsa) के नाम सबसे आगे हैं। अगर इन्हें मुख्यमंत्री नहीं बनाया जाता, तो इन्हें मंत्री पद जरूर मिल सकता है।
महिला मुख्यमंत्री का दांव भी संभव
दिल्ली में इस बार महिला वोटर्स की अहम भूमिका रही है। पिछले कुछ चुनावों में महिलाओं ने भाजपा को जमकर वोट दिया है। आम आदमी पार्टी ने 2100 रुपये की मासिक योजना की घोषणा की थी, लेकिन फिर भी बड़ी संख्या में महिलाओं ने ‘मोदी की गारंटी’ (Modi Ki Guarantee) पर भरोसा जताया।
महिला उम्मीदवार के रूप में रेखा गुप्ता (Rekha Gupta) का नाम सबसे आगे है। वैश्य समुदाय से आने वाली रेखा गुप्ता को मुख्यमंत्री बनाकर भाजपा एक साथ कई समीकरण साध सकती है।
नतीजे की घड़ी करीब, 3PM फॉर्मूला कितना सटीक?
अब सबकी निगाहें भाजपा के इस ‘3PM’ फॉर्मूले पर टिकी हैं। क्या भाजपा दिल्ली में प्रवेश वर्मा, पूर्वांचली नेता या पंजाबी चेहरे में से किसी एक को मुख्यमंत्री बनाएगी? या फिर कोई महिला उम्मीदवार चौंका सकती है?
20 फरवरी को रामलीला मैदान (Ramlila Maidan) में होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में इस सस्पेंस से पर्दा उठेगा।