चंडीगढ़, 1 जून
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और उनके मंत्री अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए अपने दोष केंद्र सरकार पर मढ़ देते हैं और जब असलियत सामने आती है तो मुंह छिपाते फिरते हैं। यह बातें भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अश्विनी शर्मा ने पत्रकारों से बातचीत में कहीं।
अध्यक्ष अश्विनी ने कहा क पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह अपनी डूबती नईया को बचाने के लिए दिल्ली हाई कमान के समक्ष घुटनों के बल बैठे हुए हैं, क्योंकि पिछले साढ़े चार वर्षों में कैप्टन ने प्रदेश की जनता के लिए कुछ भी नहीं किया है। अब चुनाव आ गए हैं और जनता के साथ किए गए न तो वादे ही पूरे किए और न ही उन्हें कोरोनाकाल में किसी भी तरह की कोई राहत प्रदान की।
भजपा अध्यक्ष ने कांग्रेस में मचे घमासान के संदर्भ में कहा कि कांग्रेस की आपसी कलह अब प्रदेश की जनता के लिए नासूर बन गया है। जनता कोरोना महामारी से मौत के मुंह में समा रहे अपने परिजनों की जिंदगियां बचाने के लिए लड़ रही है और कांग्रेसी नेता अपने वजूद तथा कुर्सी की लड़ाई लड़ रहे हैं।
शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री तथा उनके स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू सिर्फ अख़बारों में बड़े-बड़े ब्यान लगवा कर प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाएं पुख्ता होने के बड़े-बड़े दावे करते नहीं थकते। जबकि हकीकत यह है कि स्वास्थ्य मंत्री सिद्धू के अपने हल्के में स्वास्थ्य सुविधाओं की हालत बद्तर है।
कोरोना महामारी से जूझ रही प्रदेश की जनता को बचाने और उन्हें मूलभूत स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने की बजाय मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और उनके कांग्रेसी नेता आपस में लड़ने में व्यस्त हैं। इनकी आपसी लड़ाई में सबसे ज्यादा जानी और माली नुक्सान पंजाब की आम जनता का हो रहा है, जिनके परिजन मौत के मुंह में समा रहे हैं। लेकिन कैप्टन और उनके नेताओं को इससे कोई लेना-देना नहीं है
अश्विनी शर्मा ने कहा कि पंजाब के कांग्रेसी नेता सिर्फ सत्ता के और कुर्सी के लालची है और इसके लिए वो किसी भी हद तक जा सकते हैं। मुख्य्मंत्री अमरिंदर सिंह और उनके मंत्री अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए अपने दोष केंद्र सरकार पर मढ़ देते हैं और जब असलियत सामने आती है तो मुंह छिपाते फिरते हैं।