Black Spots on Onion Safety : हर रसोई में प्याज (Onion) की मौजूदगी आम बात है। चाहे सलाद सजाना हो या सब्जी का स्वाद बढ़ाना — बिना प्याज के स्वाद अधूरा लगता है। लेकिन जब प्याज पर काले धब्बे दिख जाते हैं, तो यह सवाल उठता है कि क्या यह प्याज सुरक्षित है या नहीं? विशेषज्ञों के मुताबिक, इसका जवाब इस बात पर निर्भर करता है कि ये काले धब्बे किस कारण बने हैं।
प्याज पर काले धब्बे क्यों बनते हैं?
सीके बिड़ला अस्पताल (CK Birla Hospital) की क्लिनिकल न्यूट्रिशनिस्ट डॉ. दीपाली शर्मा बताती हैं कि अधिकतर मामलों में प्याज पर काले निशान फफूंदी (Mold) लगने की वजह से बनते हैं। ये फफूंदी एस्परगिलस नाइजर (Aspergillus niger) नामक एक फंगस के कारण होती है, जो गर्म और नम वातावरण में तेजी से फैलती है। यह प्याज की बाहरी परत पर काले या भूरे धब्बों के रूप में दिखाई देती है।
क्या ऐसा प्याज खाना सुरक्षित है?
एक्सपर्ट्स का कहना है कि काले धब्बों वाला प्याज खाने योग्य नहीं माना जाता। फफूंदी मायकोटॉक्सिन (Mycotoxin) नाम के ज़हरीले पदार्थ पैदा करती है, जो शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है। इससे एलर्जी, सांस की दिक्कत, उल्टी या पेट दर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं। भले ही आप प्याज का खराब हिस्सा काट दें, लेकिन फफूंदी के सूक्ष्म कण अंदर तक जा चुके हो सकते हैं, जिससे संक्रमण का खतरा बना रहता है।
हर काला निशान फफूंदी नहीं होता
हालांकि, हर काला निशान फफूंदी का संकेत नहीं होता। कभी-कभी प्याज पर मिट्टी, राख या धूल के कण चिपक जाते हैं, जिससे यह काले धब्बों जैसा दिख सकता है। यदि प्याज को पोंछने या धोने पर निशान मिट जाएं, और प्याज सख्त, बिना बदबू या चिपचिपाहट के हो — तो उसे छीलकर पकाया जा सकता है।
प्याज को सही तरह से कैसे स्टोर करें
प्याज पर फफूंदी से बचने के लिए उसे ठंडी, सूखी और हवादार जगह पर रखें। प्याज को कभी भी प्लास्टिक बैग में न रखें, क्योंकि अंदर की नमी उसे जल्दी खराब कर सकती है। जूट या जाली वाले थैलों में प्याज को रखना सबसे बेहतर तरीका माना जाता है।
विशेषज्ञ की सलाह
अगर प्याज पर लगे काले निशान फफूंदी जैसे दिखें, या प्याज नरम, गीला या बदबूदार हो, तो उसे तुरंत फेंक दें। लेकिन अगर धब्बे मिट्टी या धूल के हैं और प्याज भीतर से ठीक है, तो उसे धोकर इस्तेमाल किया जा सकता है। याद रखें, “सेहत किसी प्याज से कहीं ज्यादा कीमती है।”
खाद्य सुरक्षा विशेषज्ञ बताते हैं कि फफूंदी युक्त खाद्य पदार्थों में माइकोटॉक्सिन लंबे समय तक शरीर में जमा होकर लीवर, फेफड़ों और इम्यून सिस्टम को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसी वजह से प्याज, ब्रेड या किसी भी फंगस लगे खाद्य पदार्थ को खाने से पहले जांचना बेहद जरूरी है। भारत में बढ़ती नमी और भंडारण की गलत आदतें इस समस्या को और बढ़ा देती हैं।
मुख्य बातें (Key Points)
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प्याज पर काले धब्बे ज़्यादातर फफूंदी के कारण बनते हैं।
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फफूंदी युक्त प्याज में मायकोटॉक्सिन जैसे हानिकारक तत्व हो सकते हैं।
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हर काला निशान नुकसानदेह नहीं — मिट्टी या धूल भी कारण हो सकती है।
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प्याज को हमेशा ठंडी और हवादार जगह पर रखें, प्लास्टिक बैग में नहीं।






