The News Air- (चंडीगढ़)पंजाब में चुनाव की घोषणा से पहले कांग्रेस प्रधान नवजोत सिद्धू खेमे को ट्रांसपोर्ट माफ़िया के मुद्दे पर बड़ा झटका लगा है। सरकार और संगठन के लाडले ट्रांसपोर्ट मंत्री अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग लगातार बादलों की बसों पर कार्रवाई कर रहे थे। लेकिन मंगलवार को पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट ने इस पर रोक लगा दी। इसके बाद सरकार को न केवल बसें छोड़नी पड़ी, बल्कि परमिट भी बहाल करने पड़े। वहीं बादल फैमिली के क़रीबी हरदीप ढिल्लों की बसों पर कार्रवाई को लेकर भी सरकार को HC का नोटिस आ गया। ऐसे में बादल फैमिली के हाथों क़ानूनी शिकस्त की खुन्नस अफ़सर पर निकली। HC के फ़ैसले के तुरंत बाद सरकार ने स्टेट ट्रांसपोर्ट कमिश्नर (STC) अमरपाल को हटा दिया।
चन्नी और सिद्धू कर रहे थे ब्रांडिंग
ट्रांसपोर्ट मंत्री अमरिंदर राजा वड़िंग के ज़रिए CM चरणजीत चन्नी और पंजाब कांग्रेस प्रधान नवजोत सिद्धू सरकार की ब्रांडिंग कर रहे थे। सीएम चन्नी कहते रहे कि हमने बादलों की बसें अंदर कर दी। वड़िंग को मंत्री बनाते ही मैंने यह टास्क दिया था कि मुझे बादलों की शीशे वाली AC बसें थाने में खड़ी चाहिएं। सिद्धू भी दम भरते थे कि सरकार बदलने के बाद बादलों के ख़िलाफ़ कार्रवाई शुरू हो गई। वड़िंग बहुत अच्छा काम कर रहा है।
राजा वड़िंग भी ठोक रहे थे सीना
मंत्री बनते ही राजा वड़िंग भी बादल फैमिली की बसों पर कार्रवाई को लेकर सीना ठोक रहे थे। दूसरे मंत्रियों के मुक़ाबले वड़िंग सड़कों पर नज़र आ रहे थे। रात से लेकर सुबह तक मंत्री बादलों की बसों के पीछे पड़े रहे। यहां तक कि चंडीगढ़ में एक बार बस स्टैंड पर ही पहुंच गए। मंत्री कहते रहे कि अगर कैप्टन अमरिंदर सिंह ने उन्हें साढ़े 4 साल पहले मंत्री बनाया होता तो वह इसका रिजल्ट दे देते।
मंत्री की सफ़ाई, 400 बसें बंद की, सब बादलों की नहीं
मंत्री राजा वड़िंग ने सफ़ाई दी कि यह राजनीतिक बदला खोरी की कार्रवाई नहीं है। उन्होंने बिना परमिट या टैक्स भरे बगैर चल रही 400 बसें बंद की। सब बादल फैमिली या उनके करीबियों की नहीं हैं। उन पर ऐसे आरोप ग़लत है क्योंकि बादल फैमिली ने टैक्स तभी भरा, जब उन्होंने बसें बंद कर परमिट कैंसिल करने शुरू कर दिए। वड़िंग ने HC के फ़ैसले के ख़िलाफ़ सुप्रीम कोर्ट जाने की भी बात की।