चंडीगढ़, 6 अगस्त (The News Air)
राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस (Congress) में शामिल होने की चर्चा के बीच चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) ने गुरुवार को पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Chief Minister Captain Amarinder Singh) के प्रमुख सलाहकार के पद से यह कहते हुए इस्तीफ़ा दे दिया कि वह सार्वजनिक जीवन में सक्रिय भूमिका से अस्थायी विराम ले रहे हैं. हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक़ मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने किशोर का इस्तीफ़ा स्वीकार कर लिया है.
जानकारों का मानना है कि प्रशांत किशोर के इस्तीफ़ा देने की वजह कांग्रेस ज्वाइन करना भी हो सकती है, क्योंकि 22 जुलाई को हुई एक अहम बैठक में राहुल और सोनिया गांधी ने प्रशांत किशोर को कांग्रेस ज्वाइन करने की ऑफर पर विचार करने के लिए कहा था. दूसरा पंजाब में नवजोत सिंह सिद्धू की बतौर अध्यक्ष ताजपोशी के बाद किशोर के लिए खुलकर फ़ैसले लेना मुश्किल हो गया था. एक हिंदी दैनिक अख़बार की रिपोर्ट के मुताबिक़ पंजाब में सिद्धू और कैप्टन दो पावर सेंटर बन चुके हैं. कई विधायक अभी भी दो गुटों में बँटे हुए हैं. जिसके चलते पंजाब में रणनीति पर फ़ैसले लेना प्रशांत किशोर के लिए चुनौती बन गया था. जानकारों का कहना है कि प्रशांत किशोर इस हालत में नहीं थे कि कैप्टन और सिद्धू के मुताबिक़ अलग-अलग रणनीति तैयार कर सकें.
जानकार इसे बड़ी वजह मानते हैं कि दोनों नेताओं की एकजुटता नहीं होने के कारण प्रशांत ने अपना रास्ता बदल लिया. यदि प्रशांत यह क़दम नहीं उठाते तो चुनाव में संभावित नुक्सान का ठीकरा उनके सिर फूट सकता था. इसलिए अपनी छवि को बचाने के लिए किशोर ने यह क़दम उठाया है.
मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में किशोर ने कहा कि सार्वजनिक जीवन में सक्रिय भूमिका से अस्थायी अवकाश लेने के अपने फ़ैसले के मद्देनज़र वह अपने प्रमुख सलाहकार के रूप में ज़िम्मेदारियों को निभाने में सक्षम नहीं हैं. चूंकि मुझे अपनी भविष्य की कार्रवाई के बारे में फ़ैसला करना है, इसलिए मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि मुझे इस ज़िम्मेदारी से मुक्त किया जाए.