चंडीगढ़, 5 अगस्त (The News Air)
पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) ने गुरुवार को मोगा में कार्यकर्ताओं की एक बैठक आयोजित की थी। इस मौक़े पर उन्होंने कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए एक नई ऊर्जा और संचार पैदा कर दिया। उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि ‘मुझे पता है कि अकाली और हमारे बीच के (कांग्रेस) कुछ नेता एक-दूसरे के साथ हाथ मिलाते हैं, एक साथ ज़मीन ख़रीदते हैं और संयुक्त रूप से व्यवसाय चलाते हैं, हमें उन्हें बाहर का दरवाज़ा दिखाना होगा।’ इस मौक़े पर उन्होंने राज्य में ‘माफ़िया राज़’ ख़त्म करने का भी संकल्प लिया.
यह दावा करते हुए कि ‘माफ़िया राज़’ पिछली शिअद-भाजपा सरकार के दौरान स्थापित किया गया था, नवजोत सिद्धू ने कहा कि यह बाद में भी यह चलता रहा जिसे एक स्वच्छ और पारदर्शी सरकार को समाप्त करने की आवश्यकता थी। शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल और स्थानीय अकाली नेता जत्थेदार तोता सिंह पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि ‘मोगे ते तोता बहन देना, जीजा साला रहना नी देना’ जिसे बैठक में आए लोगों ने ख़ूब सराहा।
उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में वित्तीय संकट के लिए बादल परिवार ज़िम्मेदार है. सुखबीर बादल एक झूठे हैं जो उपभोक्ताओं को 400 यूनिट मुफ़्त बिजली देने का झूठा वादा कर रहे हैं. ऐसे समय में जब राज्य 3 लाख करोड़ रुपये के क़र्ज़ में है. नवजोत सिद्धू ने कहा कि मैं सुखबीर से पूछना चाहता हूं कि वह इस तरह की लोक लुभावन घोषणाओं का ख़र्च कहां से उठाएंगे.
किसानों को जारी रहेगी मुफ़्त बिजली- उन्होंने कहा कि कांग्रेस उपभोक्ताओं को सस्ती बिजली उपलब्ध कराने और किसानों को मुफ़्त बिजली जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने घोषणा करते हुए कहा कि उनकी सरकार आगामी विधान सभा सत्र में निजी बिजली निर्माण कंपनियों के साथ सभी बिजली ख़रीद समझौतों को रद्द कर देगी. जिससे उपभोक्ताओं को सस्ती बिजली की आपूर्ति हो सके. कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि हम तीन विवादास्पद कृषि क़ानूनों को रद्द करने के लिए विधानसभा में विधेयक भी लाएंगे ताकि उन्हें राज्य में लागू नहीं किया जा सके. उन्होंने कहा कि कांग्रेस किसानों की मांगों को पूरा करने के लिए खड़ी है.
राजस्व बढ़ाने के लिए की जाएगी समीक्षा- दि ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक़ राज्य सरकार के राजस्व में वृद्धि की आवश्यकता पर बल देते हुए सिद्धू ने कहा कि वह अपनी सरकार से खनन, उत्पाद शुल्क और केबल नेटवर्क नीतियों की समीक्षा करने के लिए कहेंगे ताकि सरकारी कर्मचारियों, मनरेगा कार्यकर्ताओं, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सभी को लाभ देने के लिए राजस्व बढ़ाया जा सके. इस अवसर पर सभी स्थानीय नेता विधायक हरजोत कमल, दर्शन बराड़, सुखजीत सिंह लोहगढ़, पूर्व मंत्री मालती थापर, पूर्व विधायक विजय साथी और जिलाध्यक्ष महेशिंदर सिंह मौजूद थे.