Ruchi Soya Share Price: बुधवार 6 अप्रैल को जब शेयर बाजार खुला तो रुचि सोया (Ruchi Soya) के शेयरों से निकलने की जबरदस्त भगदड़ मच गई थी। जबरदस्त बिकवाली के कारण शुरुआती कारोबार में Ruchi Soya के शेयर 19% तक गिर गए थे। इससे एक दिन पहले खबर आई थी कि कंपनी के बोर्ड ने FPO के बाद फिर शेयर बेचकर फंड जुटाने का फैसला किया है। 5 अप्रैल को Ruchi Soya के बोर्ड ने 6.61 करोड़ शेयर बेचकर 4,300 करोड़ रुपए जुटाने की मंजूरी दे दी है।
Ruchi Soya की तरफ से जारी रिलीज में कहा गया है, “इश्यू के अलॉटमेंट के बाद पेड-अप शेयर कैपिटल 59,16,82,014 से बढ़कर 72,39,89,706 हो चुके हैं।” हालांकि बाद में Ruchi Soya के शेयर कुछ हद तक संभले। सुबह 10.36 बजे रुचि सोया के शेयर 8.34% गिरकर 802 रुपए पर ट्रेड कर रहे थे।
रुचि सोया का FPO पिछले हफ्ते ही बंद हुआ था। और FPO का अलॉटमेंट फाइनल होते ही कंपनी ने शेयर बेचकर दोबारा फंड जुटाने का फैसला कर लिया है।
सेबी की नजर में था FPO
Ruchi Soya का FPO 24 मार्च को खुला और 28 मार्च को बंद हुआ था। इश्यू बंद होने के कुछ ही घंटों बाद मार्केट रेगुलेटर ने कंपनी पर एक्शन लिया और छोटे निवेशकों को इस इश्यू से निकलने का मौका दिया। सेबी ने कहा कि 28 से 30 मार्च यानी तीन दिनों के भीतर रुचि सोया के FPO में निवेश करने वाले रिटेल इनवेस्टर्स निकल सकते हैं।
सेबी की तरफ से यह विकल्प मिलने के बाद रुचि सोया इंडस्ट्रीज के फॉलो-ऑन ऑफर (FPO) से करीब 97 लाख निवेशकों ने बोली वापस ली है। हालांकि, कंपनी का FPO पूरा भर गया था।
एक SMS ने बढ़ाई थी मुश्किल
पतंजलि के यूजर्स को भेजे अवांछित मैसेज में लिखा था, “पतंजलि परिवार के सभी प्रिय सदस्यों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है। पतंजलि ग्रुप की कंपनी रुचि सोया इंडस्ट्रीज लिमिटेड का फॉलो-ऑन ऑफर (FPO) रिटेल निवेशकों के खुल गया है। 28 मार्च को यह इश्यू बंद हो जाएगा। यह इश्यू 615-650 रुपये प्रति शेयर के भाव पर उपलब्ध है, जो बाजार भाव से 30 फीसदी कम है। आप अपने DMAT अकाउंट से इस शेयर के लिए बैंक/ब्रोकर/ASBA/UPI के जरिए निवेश कर सकते हैं।”
सेबी ने इस मामले में प्रमुख बैंकिंग मैनेजरों को निर्देश दिया है कि वे सभी निवेशकों को ऐसे अवांछित SMS को लेकर आगाह करते हुए मंगलवार और बुधवार को समाचार पत्रों में विज्ञापन दें। रुचि सोया ने पिछले हफ्ते कंपनी को पूरी तरह के कर्ज मुक्त बनाने और सेबी के शेयरहोल्डिंग नियमों को पूरा करने के लिए 4,300 करोड़ रुपये का FPO लॉन्च किया था।