The News Air: अगर आप बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट से ज्यादा इंट्रेस्ट कमाने के मौके की तलाश में हैं तो आपके लिए एडलवाइज हाउसिंग फाइनेंस (Edelweiss Housing Finance) का नॉन-कनवर्टिेबल डिबेंचर (NCD) सही रहेगा। कंपनी एनसीडी के जरिए 300 करोड़ रुपये तक जुटाने जा रही है। यह इश्यू बुधवार (6 अप्रैल) को निवेश के लिए खुल गया है।
9.70 फीसदी तक ब्याज कमाने का मौका
इस इश्यू में एलॉटमेंट ‘पहले आओ, पहले पाओ’ (First Come First Served) के आधार पर होगा। इनवेस्टर्स को डिबेंचर्स के 10 सीरीज में से सिलेक्ट करने का ऑप्शन होगा। डिबेंचर की अवधि 24 महीने से 120 महीने है। इन पर इनवेस्टर्स को 8.50 फीसदी से 9.70 फीसदी तक ब्याज मिलेगा। इंट्रेस्ट का पेमेंट मंथली, एनुअल और क्युमुलेटिव आधार पर होगा।
मिनिमम 10,000 रुपये करना होगा इनवेस्ट
इस एनसीडी इश्यू में मिनिमम 10,000 रुपये का निवेश करना होगा। एनसीडी को सिर्फ डीमैटेरियलाइज्ड फॉर्म में रखना होगा। इसलिए इस एनसीडी में निवेश करने के लिए डीमैट होना जरूरी है। इसलिए अगर आपके पास डीमैट अकाउंट हैं तो ठीक नहीं है। अगर नहीं है तो आप डीमैट अकाउंट खुलवा सकते हैं।
कंपनी इंडिविजुअल और कॉरपोरेट होम लोन देती है
एडलवाइज हाउसिंग फाइनेंस एडलवाइज ग्रुप की कंपनी है। यह नॉन-डिपॉजिट टेकिंग हाउसिंग फाइनेंस कंपनी है। यह इंडिविजुअल और कॉरपोरेट होम लोन देती है। यह गांवों में भी घर बनाने के लिए होम लोन देती है। इसके बिजनेस में इंडिविजुअल होम लोन की ज्यादा हिस्सेदारी है।
देशभर में है कंपनी का बिजनेस
एडलवाइज हाउसिंग फाइनेंस का बिजनेस देशभर में है। भविष्य में ग्रोथ के लिए कंपनी को अपने ब्रांड का सपोर्ट मिलेगा। पिछले 3 से 4 साल में कंपनी मीडियम टर्म में अपनी एवरेज बॉरोइंग कॉस्ट 9 से 9.5 फीसदी के बीच बनाए रखने में सफल रही है। कंपनी के पास पर्याप्त पूंजी है। इस वजह से रेगुलेटरी नॉर्म के पालन में इसे किसी तरह की दिक्कत नहीं आती है।
बढ़ा है कंपनी का एनपीए
कंपनी के पोर्टफोलियो में सेक्योर्ड लोन होने से रिस्क कम है। यह उसके बिजनेस के लिए भी अच्छा है। हालांकि, कंपनी के नॉन-परफॉर्मिंग लोन के अनुपात में वृद्धि देखने को मिली है। वित्त वर्ष 2018-19 में यह अनुपात 1.8 फीसदी था, जो बढ़कर वित्त वर्ष 2020-21 में 3.5 फीसदी हो गया है।
डेट में इनवेस्ट करने का अच्छा मौका
अगर आप डेट में इनवेस्टमेंट से रेगुलर इनकम पाना चाहते हैं तो यह इश्यू आपके लिए अच्छा है। जब बैंकों के फिक्स्ड डिपॉजिट में बहुत कम इंट्रेस्ट मिल रहा है, यह इश्यू आपको बहुत अट्रैक्टिव इंट्रेस्ट ऑफर कर रहा है।
स्टॉक एक्सचेंज में लिस्ट होंगे डिबेंचर
दूसरी अच्छी बात यह है कि इस इश्यू में मैच्योरिटी के कई ऑप्शन हैं। आप अपनी जरूरत के हिसाब से सही मैच्योरिटी पीरियड का चुनाव कर सकते हैं। ये डिबेंचर स्टॉक एक्सचेंज में लिस्ट होंगे। इसका फायदा यह है कि इनमें लिक्विडिटी रहेगी। आप जरूरत पड़ने पर अपना पैसा निकाल सकते हैं।