The News Air- जालंधर-कृष्णा नगर में होली की रात करीब साढ़े आठ बजे पीएपी की 7 बटालियन के हवलदार हरपाल सिंह की गोली लगने से मौत हो गई। कारबाइन को साफ करते हुए दो गोलियां चली। इसमें एक हरपाल के पेट को चीरते हुए निकल गई तो दूसरी छाती में फंस गई। हरपाल पूर्व मंत्री भगत चूनी लाल का गनमैन था। शव को पोस्टमार्टम के बाद फैमिली के हवाले कर दिया। हरपाल के प्लस-2 में पढ़ते बेटे गुरप्रीत सिंह की मौत हो गई थी और जून 2021 में एक बेटे का जन्म हुआ था। बड़ी बेटी मनदीप कौर पांच साल से कनाडा में है।
कृष्णा नगर की गली 6 में हरपाल ने पड़ोसी समरप्रीत सिंह को कॉल कर कहा-उसे गोली लग गई है। इस पर पड़ोसी जख्मी हरपाल को टैगोर अस्पताल ले गया जहां उनकी मौत हो गई। गुरमीत कौर ने बताया-2006 से पति भगत चूनी लाल के गनमैन के तौर पर सेवाएं दे रहे थे। शुक्रवार को करीब साढ़े आठ बजे बेटे ने रोना शुरू कर दिया। उसे चुप करवाने के लिए बाहर ले गई। उस वक्त पति सरकारी कारबाइन साफ कर रहे थे। इसी बीच, पड़ोसी गली में आया और बोला कि हरपाल को गोली लग गई है। जब वह अंदर आई तो पति तड़प रहे थे। पत्नी ने कहा-यह हादसा था। पोस्टमार्टम के दौरान छाती में फंसी गोली निकाल ली गई। थाना बस्ती बावा खेल की पुलिस ने सीआरपीसी की धारा-174 के तहत कार्रवाई की।