The News Air – (चंडीगढ़) किसान आंदोलन ख़त्म होने के बाद दरबार साहिब में माथा टेकने के लिए सोमवार सिंगर व किसान समर्थक बब्बू मान भी अमृतसर पहुंचे। इस दौरान रास्ते में किसानों का स्वागत करने के लिए खड़े लोगों ने उनकी गाड़ी भी घेर ली और उतर कर तस्वीर खिचवाने की ज़िद करने लगे। अंत में उन्होंने दरबार साहिब में माथा टेकने की बात कहते हुए अपना रास्ता मांगा। अमृतसर पहुंचने पर उन्होंने किसानों की जीत को पूरे देश की जीत कहा।
सिंगर बब्बू मान ने सरकारों को जताया कि किसान देश की बैक बोन हैं। उनके साथ ऐसा कभी करना ही नहीं चाहिए था। आने वाली सरकारों को भी समझ लेना चाहिए कि किसानों के ख़िलाफ़ जाना ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि किसानों की जीत के पीछे सिर्फ़ गुरु नानक देव जी की शिक्षा ने काम किया है। श्री गुरु नानक देव जी हमेशा कहा करते थे कि शांति से सवाल जवाब करो। हुआ भी यही। किसानों ने अपने नेता आगे भेजे। टेबल पर बात हुई और किसान को झुकना पड़ा। सबसे बड़ी बात है कि किसानों ने सब्र रखा और एक साल के बाद जीत हासिल की।
जहां सरकारें फेल हुई, किसान जीते
उन्होंने कोरोना काल की उदाहरण देते हुए कहा कि देश की सरकार कोरोना काल में फेल हो गई। लेकिन किसान वहाँ भी डटे रहे। सिख क़ौम की बात करें तो वे हर जगह मदद के लिए पहुंचे। वहीं उन्होंने किसानों को नसीहत दी कि अब जो साँझ किसान बनाकर पंजाब में लौटे हैं, वे साँझ बनी रहनी चाहिए। इस एक साल में पूरे देश के किसान एक साथ खड़े हुए। किसान साँझ बनाए रखेंगे तो सरकारें आगे भी उनके ख़िलाफ़ नहीं जा पाएंगी।
सरकार को अब कोसना बंद करें
बब्बू मान ने किसानों को नसीहत दी कि फ़तेह के बाद अब वह घर आ चुके हैं। अब सरकार को कोसना बंद कर देना चाहिए। सरकार को नीचा कर दिया, सरकार से घुटने टिकवा दिए, ऐसी शब्दावली नहीं बरतनी चाहिए। सरकार ने अपनी ग़लती मान ली है और माफ़ी भी। ऐसे में हमें अब सरकार को कोसना बंद कर देना चाहिए।