Champions Trophy 2025 – टीम इंडिया (Team India) के पूर्व महान क्रिकेटर और मौजूदा कमेंटेटर सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar) ने इंग्लैंड (England) के पूर्व क्रिकेटरों और क्रिकेट एक्सपर्ट्स को कड़ी फटकार लगाई है। यह प्रतिक्रिया तब आई जब इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन (Nasser Hussain) और माइकल एथरटन (Michael Atherton) ने दावा किया कि चैंपियंस ट्रॉफी 2025 (Champions Trophy 2025) में भारत को दुबई (Dubai) में खेलने का अतिरिक्त फायदा मिल रहा है।
गावस्कर ने इन बयानों को पूरी तरह गलत बताते हुए कहा कि भारतीय क्रिकेट आज जिस ऊंचाई पर है, वहां तक पहुंचने में मेहनत और टैलेंट लगा है। उन्होंने इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटरों को नसीहत दी कि वे भारत पर उंगली उठाने के बजाय अपनी टीम के प्रदर्शन पर ध्यान दें।
“भारत को कोई एडवांटेज नहीं” – गावस्कर
इंडिया टुडे (India Today) से बातचीत में गावस्कर ने कहा, “ये सब सिर्फ रोने के लिए है। पिचें भारत के कंट्रोल में नहीं हैं और इंटरनेशनल क्रिकेट में यात्रा आम बात है।” उन्होंने आगे कहा कि “भारत आज वर्ल्ड क्रिकेट का सबसे बड़ा पावरहाउस है – इनकम, टैलेंट और रेवेन्यू में। यह लोग यह भूल जाते हैं कि उनकी सैलरी भी भारत के क्रिकेट मार्केट से ही आती है।”
गावस्कर ने यह भी कहा कि इंग्लैंड की टीम चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में खराब प्रदर्शन के कारण टूर्नामेंट से बाहर हो गई है, इसलिए उनके पूर्व क्रिकेटर अब भारत को निशाना बना रहे हैं।
“पहले अपनी टीम की हार पर ध्यान दो” – गावस्कर
गावस्कर ने इंग्लिश क्रिकेट एक्सपर्ट्स को जवाब देते हुए कहा, “इन लोगों को हर वक्त भारत की चिंता लगी रहती है। पहले ये देखें कि उनकी खुद की टीम क्यों हार रही है। भारत हमेशा टारगेट पर रहता है, लेकिन हमें इस पर ध्यान नहीं देना चाहिए।”
उन्होंने आगे कहा, “हर बार भारत को लेकर शिकायत करने की बजाय, अपनी टीम के बारे में सोचो। अगर आपकी टीम क्वॉलिफाई नहीं कर पाई, तो भारत को दोष देने का कोई मतलब नहीं।”
टीम इंडिया सेमीफाइनल में, इंग्लैंड बाहर!
टीम इंडिया ने बांग्लादेश (Bangladesh) और पाकिस्तान (Pakistan) को हराकर चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली है, जबकि इंग्लैंड लगातार दो मैच हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो चुका है। गावस्कर के बयान के बाद यह बहस और तेज हो सकती है कि क्या वाकई भारत को कोई अतिरिक्त फायदा मिला या यह सिर्फ इंग्लैंड के पूर्व खिलाड़ियों की हताशा है।