Punjab Drug Crackdown – पंजाब सरकार ने राज्य में नशे के खिलाफ अभियान तेज कर दिया है। मुख्यमंत्री भगवंत मान (Bhagwant Mann) के नेतृत्व में हाई पावर कमेटी (High Power Committee) की पहली बैठक चंडीगढ़ (Chandigarh) में आयोजित की गई। इस कमेटी का गठन पंजाब में नशे की बढ़ती समस्या पर नजर रखने और कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए किया गया है। बैठक में डीजीपी पंजाब गौरव यादव (Gaurav Yadav, DGP Punjab) और स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।
ਮੁੱਖ ਮੰਤਰੀ ਸਰਦਾਰ @BhagwantMann ਜੀ ਦੇ ਦਿਸ਼ਾ ਨਿਰਦੇਸ਼ਾਂ ਤਹਿਤ ਅੱਜ ਕੈਬਿਨੇਟ ਸਬ-ਕਮੇਟੀ, ਡੀ.ਜੀ.ਪੀ. ਪੰਜਾਬ ਅਤੇ ਚੀਫ਼ ਸਕੱਤਰ ਵਿਚਕਾਰ ਹੋਈ ਬੈਠਕ
'ਯੁੱਧ ਨਸ਼ਿਆਂ ਵਿਰੁੱਧ' ਮੁਹਿੰਮ ਅਤੇ ਨਸ਼ਾ ਤਸਕਰੀ 'ਤੇ ਮੁਕੰਮਲ ਰੋਕ ਸੰਬੰਧੀ ਰਣਨੀਤੀ 'ਤੇ ਹੋਈ ਚਰਚਾ pic.twitter.com/fXCbASSjIm
— AAP Punjab (@AAPPunjab) March 1, 2025
हाई पावर कमेटी में कौन-कौन शामिल?
इस कमेटी के चेयरमैन वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा (Harpal Singh Cheema) बनाए गए हैं। इसके अलावा, कमेटी के अन्य सदस्यों में आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता अमन अरोड़ा (Aman Arora), स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह (Balbir Singh), परिवहन मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर (Laljit Singh Bhullar) और सामाजिक सुरक्षा मंत्री तरनप्रीत सोंध (Taranpreet Sondh) शामिल हैं।
अमन अरोड़ा का बयान – नशे की चेन तोड़ने का समय आ गया
बैठक के बाद अमन अरोड़ा (Aman Arora) ने कहा कि नशे के खिलाफ लड़ाई में सभी दलों को एकजुट होना होगा। उन्होंने विपक्षी दलों, सामाजिक संगठनों और आम नागरिकों से इस अभियान में सहयोग देने की अपील की। उन्होंने कहा, “यह लड़ाई किसी एक पार्टी की नहीं, बल्कि पूरे पंजाब की है। हम चाहते हैं कि सभी दल एकजुट होकर इस जंग में शामिल हों।”
उन्होंने लोगों से अपील की कि अगर कोई युवा नशे की गिरफ्त में है, तो उसे सरकारी अस्पतालों, पुनर्वास केंद्रों (Rehabilitation Centers) और नशा मुक्ति केंद्रों (De-Addiction Centers) में भर्ती कराया जाए। पंजाब सरकार ने इन केंद्रों में सभी सुविधाएं मुहैया करवाई हैं ताकि युवाओं को इस लत से बाहर निकाला जा सके।
बुलडोजर एक्शन और पुलिस की रणनीति
पंजाब में नशा तस्करों (Drug Peddlers) के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है। पुलिस और प्रशासन तस्करों की संपत्तियों पर बुलडोजर चला रहा है। अमन अरोड़ा ने कहा, “या तो तस्कर अपना कारोबार बंद कर दें या पंजाब छोड़ दें। सरकार अब किसी भी तरह की ढील नहीं देगी।”
राज्य के अलग-अलग इलाकों में पुलिस सर्च ऑपरेशन (Police Search Operations) चला रही है। सरकार का कहना है कि यह सिर्फ शुरुआत है और आने वाले दिनों में यह अभियान और तेज किया जाएगा। नशा तस्करों के खिलाफ सख्त चार्जशीट दाखिल करने की योजना भी बनाई जा रही है ताकि उन्हें जल्द से जल्द सजा मिल सके।
सीएम भगवंत मान की सख्ती, तीन महीने में नशा खत्म करने का दावा
इससे पहले, सीएम भगवंत मान (Bhagwant Mann) ने राज्यभर के कमिश्नरों (Commissioners), एसएसपी (SSP) और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों (Senior Police Officers) के साथ बैठक की थी। इस बैठक में अगले तीन महीनों में पंजाब से नशे को खत्म करने की रणनीति पर चर्चा की गई। आज की हाई पावर कमेटी की बैठक में भी इस रणनीति पर आगे की कार्रवाई तय की गई है।
नशा खत्म करने के लिए सरकार का मास्टर प्लान
- पूरे राज्य में सर्च ऑपरेशन और पुलिस रेड्स (Police Raids) बढ़ाई जाएंगी।
- नशा तस्करों की संपत्तियों को जब्त कर बुलडोजर कार्रवाई जारी रहेगी।
- तस्करों के खिलाफ जल्द चार्जशीट दायर कर फास्ट ट्रैक कोर्ट (Fast Track Court) में सजा दिलाई जाएगी।
- नशा मुक्ति केंद्रों और पुनर्वास कार्यक्रमों को मजबूत किया जाएगा।
- पंजाब की जनता को नशे के खिलाफ अभियान से जोड़ा जाएगा।
क्या नशा मुक्त होगा पंजाब?
पंजाब सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि नशे के खिलाफ लड़ाई में किसी भी तरह की ढील नहीं दी जाएगी। अमन अरोड़ा का बयान “नशा खत्म होने तक जंग जारी रहेगी” यह दिखाता है कि सरकार इस मुद्दे पर कितनी गंभीर है। अब देखना होगा कि सरकार की यह कार्रवाई कितनी प्रभावी साबित होती है और क्या वाकई पंजाब को नशा मुक्त बनाया जा सकता है।