The News Air- (नई दिल्ली) Issued advisory to install ‘flex fuel engine’ : देश में प्रदूषण को नियंत्रण करने के साथ ही पेट्रोल पर निर्भरता कम करने के लिए कई सारे उपाय किए जा रहे हैं। केंद्र सरकार हर हाल में पेट्रोलियम पदार्थों का आयात कम करने की योजना पर काम कर रही है। इस संबंध में एक बड़ा फ़ैसला लिया गया है। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री (Union Minister of Road Transport and Highways) नितिन गड़करी (Nitin Gadkari) ने कहा है कि सरकार ने वाहन निर्माताओं को वाहनों में ‘फ्लेक्स फ्यूल इंजन’वाले इंजन लगाने के लिए एक एडवायजरी जारी की है। बता दें कि बीते महीने से केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी लगातार फ्लेक्स फ्यूल इंजन के इस्तेमाल को लेकर स्थिति स्पष्ट कर रहे हैं। गड़करी ने एक बार फिर ट्वीट के ज़रिए अपनी बात दोहराई है
केंद्रीय मंत्री गड़करी ने किया ट्वीट
केंद्रीय मंत्री गड़करी ने कई ट्वीट करते हुए लिखा कि पीएम मोदी के आत्मनिर्भर भारत के विचार पर आगे बढ़ते हुए परिवहन के लिए ऐथेनॉल को प्रोत्साहित करने की सरकार की नीति के अनुरूप यह क़दम उठाया जा रहा है। इसके अंतर्गत बनने वाले फ्लेक्स फ्यूल वाहन 100 प्रतिशत पेट्रोल या 100 प्रतिशत bio-ethanol mixture के साथ-साथ FFV – SHEV के मामले में स्ट्रॉंग हाइब्रिड इलेक्ट्रिक पर भी चलने में सक्षम होंगे।
ethanol blending पर रोड मैप तैयार
फ्लेक्स फ्यूल वाहनों के प्रोडक्शन में तेज़ी लाने के लिए, उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना को फ्लेक्स ईंधन वाले इंजनों और अन्य पुरज़ों के निर्माण से जुड़े ऑटोमोबाइल क्षेत्र को भी इसमें शामिल किया गया है। नीति आयोग ने ethanol blending program के मज़बूत स्ट्रक्चर को महत्व देते हुए 2020-2025 की अवधि के लिए इथेनॉल मिश्रण पर एक रोड मैप (Road map prepared on ethanol blending) तैयार करने को कहा है।
कार्बन उत्सर्जन करने के वादे पर आगे बढ़ेगा भारत
फ्लेक्स फ्यूल इंजन के ज़रिए प्रदूषण पर भी नियंत्रण किया जा सकेगा । नितिन गड़करी ने कहा कि इससे वाहनों से निकलने वाली ग्रीन हाउस गैस के उत्सर्जन में कमी लाने में भी बड़ी मदद मिलेगी, इसके साथ ही देश को 2030 तक अपने कुल अनुमानित कार्बन उत्सर्जन को 1 बिलियन टन तक कम करने की cop 26 में की गई commitments को भी पूरा करने में भी मदद मिलेगी।
पेट्रोल पंपों पर वैकल्पिक साधन रखना होगा
गड़करी ने कहा कि कि पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय के नए नियमों के अनुसार यह निर्धारित किया गया है कि पारंपरिक ईंधन के सभी authorized sellers को अपने पेट्रोल पंपों पर सीएनजी, बायो फ्यूल, एलएनजी, इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग पॉइंट में से कम से कम एक वैकल्पिक ईंधन की बिक्री की सुविधा भी स्थापित करने की ज़रूरत है। एक अनुमान के मुताबिक़, नेक्स्ट 5 ईयर में गैसोलीन में इथेनॉल के मिश्रण में बड़ा इज़ाफा होगा, जिसके लिए फ्लेक्स इंजन वाले वाहनों की उपलब्धता की आवश्यकता होगी।
फ्लेक्स इंजन में लगा होता है फ्यूल मिक्स सेंसर
Flex-Fuel Engine एक तरह के फ्यूल मिक्स सेंसर यानी फ्यूल ब्लेंडर सेंसर का उपयोग करता है। यह मिश्रण में फ्यूल की मात्रा के अनुसार ख़ुद को एडजस्ट करता रहता है। इंजन स्टार्ट होते ही इसका सेंसर ऐथेनॉल, मेथनॉल और गैसोलीन का अनुपात, या फ्यूल की अल्कोहल कन्सनट्रेशन को नोट करता है। इसके बाद यह इलेक्ट्रॉनिक कंट्रोल मॉड्यूल को मैसेज भेजता है और ये कंट्रोल मॉड्यूल तब अलग-अलग फ्यूल की डिलीवरी को कंट्रोल करता है।
ईंधन में बढ़ेगा इथेनॉल का उपयोग
फ्लेक्स इंजन वाली गाड़ियां बाय-फ्यूल इंजन वाली गाड़ियों से डिफरेंट होती हैं। bio-fuel engine में अलग-अलग टैंक होते हैं, जबकि फ्लेक्स फ्यूल इंजन में एक ही टैंक में कई तरह के फ्यूल भरा जा सकता है। इस तरह के इंजनों को ख़ास तरह से डिज़ाइन किया जाता है। गाड़ियों में ये इंजन आ जाने के बाद पेट्रोल में इथेनॉल की मात्रा बढ़ाई जा सकेगी, इथेनॉल की क़ीमत 60-62 रुपये प्रति लीटर होती है, इससे फ्यूल भी सस्ता होगा, वहीं देश ईंधन को लेकर आत्मनिर्भर बनेगा। फ़िलहाल कार मालिकों पर इसका कोई असर नहीं होगा। आदेश जारी होने के बाद इसमें समय सीमा निर्धारित की जा सकती है। इसके पश्चात के वाहनों में ये इंजन अनिवार्य किया जा सकता है।
नितिन गड़करी Flex-Fuel Engine के लिए लगातार कर रहे आगाह
इससे पहले एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए, नितिन गड़करी ने कहा था कि सरकार ग्रीन और वैकल्पिक ईंधन के उपयोग को प्रोत्साहित करने के लिए लगातार काम कर रही है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी ने यह भी कहा था कि कल (22 दिसंबर 2021), मैंने फ्लेक्स-फ्यूल इंजन (कार निर्माताओं को फ्लेक्स-फ्यूल इंजन बनाने की सलाह देने के लिए) पर एक फाइल पर हस्ताक्षर किए। हमने कंपनियों 6 महीने का समय दिया है।
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गड़करी ने वाहन निर्माता कंपनियों को फ्लेक्स- फ्यूल व्हीकल्स (एफएफवी) इंजन वाली गाड़ियों का प्रोडक्शन शुरू करने को कहा, यहां तक की सलाह के तौर पर मंत्री ने वाहन निर्माताओं को 6 महीने का समय दिया। बता दें बीएस-6 तकनीक पर आधारित फ्लेक्स फ्यूल व्हीकल्स (एफएफवी) और फ्लेक्स फ्यूल स्ट्रांग हाइब्रिड इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (एफएफवी-एसएचईवी) का उत्पादन शुरू होने से देश को कई मोर्चो पर एक साथ लाभ मिलेगा।
सौ फ़ीसदी इथेनॉल से चलेंगे वाहन
इससे पहले 23 दिसंबर को मेरठ में एक कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गड़करी (Nitin gadgari) ने कहा था कि दो पहिया एवं चार पहिया वाहन जल्द ही सौ फ़ीसदी इथेनॉल पर चलेंगे जिससे किसानों की आय बढ़ेगी, प्रदूषण कम होगा और पेट्रोल पर निर्भरता भी कम होगी। गड़करी ने पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह (chaudhary charan singh) को उनकी जयंती पर याद करते हुए कहा, ‘चौधरी चरण सिंह जी ने किसानों- मज़दूरों का जीवन स्तर उठाने के लिए जीवन भर संघर्ष किया।
किसान अन्नदाता नही ऊर्जा दाता होगा
गड़करी ने कहा कि मुझे ख़ुशी है कि हमारी सरकार ने निर्णय लिया कि किसान अन्नदाता नही ऊर्जा दाता होगा। अब दोपहिया व चार पहिया वाहन शत-प्रतिशत पेट्रोल के साथ शत-प्रतिशत इथेनॉल से चलेंगे जो किसान का तैयार किया हुआ है। इससे किसानों की आय बढ़ेगी, प्रदूषण कम होगा और पेट्रोल पर निर्भरता कम होगी। गड़करी ने कहा कि इसके लिए उन्होंने अपनी सहमति स्वरूप हस्ताक्षर भी कर दिए हैं और दो-तीन दिन में इसको लेकर परामर्श जारी हो जाएगा।
प्रदूषण पर होगा नियंत्रण
देश में प्रदूषण को नियंत्रण करने के साथ ही पेट्रोल पर निर्भरता कम करने के लिए कई सारे उपाय किए जा रहे हैं। केंद्र सरकार हर हाल में पेट्रोलियम पदार्थों का आयात कम करने की योजना पर काम कर रही है। इस संबंध में एक बड़ा फ़ैसला भी लिया गया है। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री (Union Minister of Road Transport and Highways) नितिन गड़करी (Nitin Gadkari) ने कहा है कि सरकार ने वाहन निर्माताओं को वाहनों में ‘फ्लेक्स फ्यूल इंजन’वाले इंजन लगाने के लिए एक एडवायजरी जारी की है।
बड़ी कंपनियों ने दिया आश्वासन
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि टोयोटा मोटर कॉर्पोरेशन, सुजुकी और हुंडई मोटर इंडिया (Toyota Motor Corporation, Suzuki and Hyundai Motor India) के वरिष्ठ अधिकारियों ने उन्हें आश्वस्त किया है कि वे अपने वाहनों को फ्लेक्स इंजन के साथ पेश करेंगे। गड़करी ने यह भी कहा कि भारत दुनिया में सबसे तेज़ी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था है।