Overseas Congress के नेता सैम पित्रोदा (Sam Pitroda) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के अमेरिका दौरे को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा कि चीन (China) को हमें दुश्मन मानना बंद कर देना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें समझ नहीं आता कि आखिर चीन से भारत को क्या खतरा है।
इस बयान पर अब भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी (Sudhanshu Trivedi) ने इसे गलवान (Galwan) में शहीद हुए जवानों का अपमान बताया और कांग्रेस (Congress) की चीन नीति पर सवाल खड़े कर दिए।
BJP का पलटवार – “शहीदों का अपमान कर रही Congress”
BJP प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने सैम पित्रोदा के बयान की कड़ी निंदा करते हुए कहा, “यह बहुत गंभीर मुद्दा है। सैम पित्रोदा ने भारत की संप्रभुता और कूटनीति पर हमला किया है। वह चीन के साथ किसी भी तरह के विवाद को नकार रहे हैं और भारत को ही आक्रामक बता रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि यह पहला मौका नहीं है जब कांग्रेस के किसी नेता ने चीन का पक्ष लिया हो।
राहुल गांधी (Rahul Gandhi) पहले भी चीन की आर्थिक नीतियों और बेरोजगारी को लेकर उसकी तारीफ कर चुके हैं।
भाजपा नेता ने कहा, “कांग्रेस बार-बार चीन का समर्थन करती है और यह कोई संयोग नहीं है। यह वही कांग्रेस है जिसने 2008 में चीन की सत्ताधारी पार्टी कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (CPC) के साथ एक गुप्त समझौता (Secret Agreement) किया था।”
क्या बोले थे सैम पित्रोदा, जिस पर मचा बवाल?
सैम पित्रोदा ने अपने बयान में कहा था, “मुझे समझ नहीं आता कि आखिर हमें चीन से क्या खतरा है। यह मुद्दा हमेशा बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जाता है। अमेरिका का स्वभाव दुश्मन खड़ा करने का है।”
उन्होंने आगे कहा, “अब वक्त आ गया है कि सभी देश मिलकर काम करें और टकराव को खत्म करें। चीन को शुरू से ही दुश्मन मानने की मानसिकता गलत है।”
China पर नरम रुख क्यों अपनाती है Congress?
भाजपा नेता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि यह पहली बार नहीं है जब कांग्रेस ने चीन पर नरम रुख अपनाया हो। उन्होंने कहा,
“कांग्रेस हमेशा चीन के समर्थन में बयान देती रही है। 1962 के युद्ध में भी कांग्रेस सरकार की कमजोरी के कारण भारत को नुकसान उठाना पड़ा था।”
BJP ने उठाए Congress-China एग्रीमेंट पर सवाल
भाजपा का कहना है कि 2008 में कांग्रेस और चीन की सत्ताधारी पार्टी कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (CPC) के बीच एक गुप्त समझौता हुआ था, जिसकी पूरी जानकारी अब तक सामने नहीं आई है।
सुधांशु त्रिवेदी ने सवाल उठाते हुए कहा, “क्या यही वजह है कि कांग्रेस लगातार चीन के पक्ष में बयान देती है? राहुल गांधी और सैम पित्रोदा के ये बयान इसी समझौते का हिस्सा तो नहीं?”
गलवान में शहीद हुए जवानों का अपमान – BJP
भाजपा ने यह भी कहा कि 2020 में गलवान घाटी (Galwan Valley) में भारत और चीन के बीच हुई झड़प में हमारे कई जवान शहीद हुए थे, लेकिन कांग्रेस नेता चीन को क्लीन चिट देने की कोशिश कर रहे हैं।
BJP प्रवक्ता ने कहा, “जब हमारे जवान LAC (Line of Actual Control) पर चीन के खिलाफ मोर्चा लिए खड़े हैं, तब कांग्रेस नेताओं के इस तरह के बयान शहीदों का अपमान हैं।”
सैम पित्रोदा के बयान ने एक बार फिर कांग्रेस की चीन नीति (China Policy) पर सवाल खड़े कर दिए हैं। भाजपा इसे शहीदों का अपमान और भारत की संप्रभुता पर हमला बता रही है। वहीं, कांग्रेस अब तक इस पर कोई स्पष्ट प्रतिक्रिया नहीं दे पाई है।
क्या कांग्रेस सच में चीन के साथ नरम रुख अपनाए हुए है? क्या 2008 का समझौता इसकी वजह है? इन सवालों के जवाब अभी तक नहीं मिले हैं।