Illegal Immigration – संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) से भारतीय नागरिकों की वापसी के बाद, पंजाब पुलिस (Punjab Police) ने गैर-कानूनी मानव तस्करी (Human Trafficking) और अवैध प्रवास (Illegal Immigration) से जुड़े मामलों की गंभीर जांच शुरू कर दी है। शुक्रवार को, चार सदस्यीय विशेष जांच टीम (Special Investigation Team – SIT) का गठन किया गया।
SIT में कौन-कौन शामिल?
पंजाब के पुलिस महानिदेशक (DGP) गौरव यादव ने इस जांच कमेटी के गठन की घोषणा की।
- SIT की अगुवाई एडीजीपी (NRI मामलों) परवीन सिन्हा (ADGP Parveen Sinha) कर रहे हैं।
- अन्य तीन सदस्य: एडीजीपी आंतरिक सुरक्षा (ADGP Internal Security) शिवे कुमार वर्मा, आईजीपी प्राविजनिंग (IGP Provisioning) डॉ. एस. बूपति और डीआईजी बॉर्डर रेंज (DIG Border Range) सतिंदर सिंह हैं।
- यह टीम गैर-कानूनी गतिविधियों में शामिल व्यक्तियों की पहचान करेगी और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की सिफारिश करेगी।
मानव तस्करी के नेटवर्क पर होगी सख्त कार्रवाई
पिछले कुछ महीनों में, अमेरिका (USA), कनाडा (Canada) और यूरोप (Europe) में अवैध रूप से प्रवेश करने वाले भारतीयों की संख्या में इजाफा हुआ है। कई रिपोर्ट्स में खुलासा हुआ है कि पंजाब के विभिन्न जिलों से लोग गैर-कानूनी ढंग से विदेशों में जा रहे हैं।
SIT की जांच में निम्नलिखित पहलुओं पर ध्यान दिया जाएगा:
- मानव तस्करी रैकेट का संचालन कौन कर रहा है?
- क्या ट्रैवल एजेंट्स और दलाल इस अवैध काम में शामिल हैं?
- विदेश जाने के लिए फर्जी दस्तावेज (Fake Documents) कैसे बनाए जा रहे हैं?
USA ने अवैध भारतीय प्रवासियों को लौटाया, अब जांच तेज
हाल ही में, USA ने सैकड़ों भारतीय नागरिकों को वतन वापसी के लिए मजबूर किया। इनमें से अधिकतर वह लोग थे जो अवैध रूप से अमेरिका में दाखिल हुए थे।
- कई भारतीय नागरिकों को मेक्सिको (Mexico) के रास्ते USA भेजा गया था।
- कुछ लोग ग्रीन कार्ड (Green Card) या वीज़ा (Visa) के झूठे वादों के तहत वहां पहुंचे।
- मानव तस्करी के इस खेल में लाखों रुपये लिए गए।
गैर-कानूनी प्रवास रोकने के लिए बड़े कदम उठाएगी पंजाब पुलिस
डीजीपी गौरव यादव (DGP Gaurav Yadav) ने साफ कर दिया कि जो लोग इस अवैध गतिविधि में शामिल पाए जाएंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
- गैर-कानूनी ट्रैवल एजेंट्स पर नकेल कसी जाएगी।
- संदिग्ध एजेंसियों और दलालों की लिस्ट तैयार की जाएगी।
- विदेशों में रहने वाले पंजाबियों से भी इस मुद्दे पर इनपुट लिया जाएगा।
SIT को क्या अधिकार दिए गए?
- SIT किसी भी अन्य पुलिस अधिकारी को जांच में शामिल कर सकती है।
- पंजाब के SSPs और पुलिस कमिश्नरों (Police Commissioners) को SIT की सहायता करने के आदेश दिए गए हैं।
- जो भी अवैध प्रवास में शामिल पाया जाएगा, उसे कड़ी सजा दी जाएगी।
क्या यह जांच विदेशों में रह रहे NRIs को भी प्रभावित करेगी?
विशेषज्ञों का मानना है कि SIT की जांच से NRI समुदाय पर भी असर पड़ेगा।
- जो लोग विदेश में अवैध रूप से रह रहे हैं, उनकी जानकारी जुटाई जाएगी।
- यदि किसी ने फर्जी दस्तावेजों से विदेश में स्थायी निवास (Permanent Residency) हासिल किया है, तो उस पर भी कार्रवाई हो सकती है।
- भारतीय एजेंसियां अमेरिकी, कनाडाई और यूरोपीय सरकारों से भी सहयोग ले सकती हैं।
क्या पंजाब से अवैध प्रवास खत्म हो सकेगा?
इस मामले पर विशेषज्ञों की राय बंटी हुई है।
- कुछ लोगों का मानना है कि कड़ी कार्रवाई से इस समस्या पर रोक लग सकती है।
- लेकिन, पंजाब में बेरोजगारी (Unemployment) और आर्थिक अस्थिरता (Economic Instability) के चलते युवा गैर-कानूनी तरीके से विदेश जाने की कोशिश कर रहे हैं।
- सरकार को जांच के साथ-साथ लोगों को रोजगार के बेहतर अवसर भी देने होंगे।
पंजाब पुलिस द्वारा गठित की गई SIT का मुख्य उद्देश्य गैर-कानूनी मानव तस्करी और अवैध प्रवास को रोकना है। यदि यह टीम सख्ती से जांच करती है, तो यह उन लोगों के लिए एक बड़ा झटका होगा जो पैसे लेकर युवाओं को झूठे वादों के तहत विदेश भेजते हैं। अब देखना होगा कि पंजाब पुलिस इस मुद्दे पर कितना प्रभावी कदम उठा पाती है।