The News Air- आम आदमी पार्टी के CM फेस भगवंत मान को पटियाला यूनिवर्सिटी में जाने से धारा 144 बताकर रोका गया। भगवंत मान गुरुवार को आप पार्टी के प्रत्याशी अजीतपाल कोहली के पक्ष में प्रचार करने पटियाला आए। भगवंत मान ने कहा कि आप की लहर को देखते हुए ऐसा किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि चुनाव प्रचार थमने के बाद धारा 144 लगाना तो समझ आता है, पर समय से पहले और अकेले पटियाला में भगवंत मान के लिए धारा 144 लगाना तो डर दिखा रहा है। आज पटियाला में उनकी रैली है। इसीलिए ऐसा किया जा रहा है। ऐसा क्यों किया इस बारे में इलेक्शन कमीशन से जानकारी हासिल की जा रही है।
आप के नगर अध्यक्ष तेजिंदर मेहता ने कहा कि भगवंत मान केवल कुछ समय के लिए लोगों से दोबारा वोट करने की अपील करने आए थे। यह आश्चर्यजनक है कि क्यों अनुच्छेद 144 केवल आम आदमी पार्टी पर लागू था, जबकि कुछ दिन पहले कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अमित शाह के लिए एक रैली बुलाई थी। साफ़ है कि आम आदमी पार्टी को सत्ता में आने से रोकने के लिए कांग्रेस, बीजेपी और शिअद कड़ी मेहनत कर रही है।
रुके होने के कारण भगवंत मान से सीधी बातचीत
सवाल : व्यस्त शेड्यूल के चलते लंबे समय से काफ़ी समय से यूनिवर्सिटी के बाहर रुके रहने का क्या कारण रहा?
भगवंत मान : पता चला कि आगे धारा 144 लागू हो गई है। ऐसे में पांच से ज़्यादा नहीं जा सकते। इसलिए यहां पर रुके थे।
सवाल : धारा 144 का कारण क्या रहा?
भगवंत मान : इस बारे में पता नहीं है। इसकी जानकारी ली जा रही है। इस बारे में तो धारा 144 लागू करने वाले ही बता सकते हैं। कैप्टन साहब बता सकते हैं। इलेक्शन कमीशन से जानकारी ली जा रही है।
सवाल : क्या होना चाहिए था?
भगवंत मान : कल शाम को 5 बजे चुनाव प्रचार बंद होगा। इसके बाद धारा 144 लागू होनी चाहिए थे। इससे पहले धारा 144 लागू करना ग़लत है। शायद कैप्टन साहब डरे हुए होंगे कि आज पटियाला में रैली है।
सवाल : केंद्र की एजेंसी को भाजपा इस्तेमाल तो नहीं कर रही?
भगवंत मान : कुछ नहीं कह सकते। अकेले पटियाला में ऐसा हो रहा है। कल कह रहे थे कि भगवंत मान गंभीर नहीं है। सरकार चलाना गंभीर बंदों का काम होता है। जब मेरे साथ एमपी थे तो उनकी 6 फ़ीसदी हाज़िरी थी, जो देश में सबसे कम रही थी और मेरी 95 फ़ीसदी थी। अब गंभीर कौन है।
सवाल : कैप्टन साहब डरे हुए हैं?
भगवंत मान : अब क्या कहें कि भगवंत मान को पटियाला में एंट्री से रोका जा रहा है। इस बारे में तो कैप्टन साहब ही बता सकते हैं।