अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित, 7 मंजिला नई इमारत लगभग 10,000 वर्ग मीटर में फैली हुई है
कुल 59 करोड़ रुपये की लागत से दिल्ली सरकार ने 3 साल के भीतर इस विस्तारित भवन का निर्माण कार्य पूरा किया है
नया भवन प्रशिक्षण, क्राइम सीन मैनेजमेंट और विशेष परीक्षणों के लिए अतिरिक्त संसाधन प्रदान करेगा
फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला बिना किसी विघ्न के गुणवत्तापूर्ण व विश्वसनीय फोरेंसिक सेवाएं प्रदान कर सकें इसके लिए दिल्ली सरकार सभी ज़रूरी इंफ्रास्ट्रक्चर मुहैय्या करने के लिए प्रतिबद्ध है- कैलाश गहलोत
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के दूरदर्शी नेतृत्व में, दिल्ली सरकार अत्याधुनिक फोरेंसिक लैब व उससे जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण में निवेश करके न्याय वितरण प्रणाली को बेहतर बनाने और जांच प्रक्रिया में तेजी लाने का प्रयास कर रही है- कैलाश गहलोत
नई दिल्ली, 9 दिसंबर (The News Air) दिल्ली के गृह मंत्री कैलाश गहलोत ने आज एक कार्यक्रम में उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना के साथ रोहिणी में नवनिर्मित फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) भवन का उद्घाटन किया। रोहिणी स्थित फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला कैंपस में इस विस्तारित भवन के निर्माण से काम-काज में तेज़ी आएगी और लंबित मामलों का जल्द निष्पादन संभव हो सकेगा।
सभा को संबोधित करते हुए गृह मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा, “फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला बिना किसी विघ्न के गुणवत्तापूर्ण व विश्वसनीय फोरेंसिक सेवाएं प्रदान कर सकें इसके लिए दिल्ली सरकार सभी ज़रूरी इंफ्रास्ट्रक्चर मुहैय्या कर रही है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली सरकार का प्रयास है कि दिल्ली की सभी फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला अंतरराष्ट्रीय स्तर की बन सके।”
गृह मंत्री कैलाश गहलोत ने एक ट्वीट के द्वारा इस उद्घाटन की जानकारी देते हुए लिखा “माननीय उपराज्यपाल के साथ रोहिणी में नए फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला भवन का उद्घाटन किया। अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस इस प्रयोगशाला में उच्च गुणवत्ता वाली फोरेंसिक सेवाएं प्रदान की जाएँगी जिससे हमारी न्याय वितरण प्रणाली बेहतर होगी। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के दूरदर्शी नेतृत्व में, दिल्ली सरकार अत्याधुनिक फोरेंसिक लैब व उससे जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण में निवेश करके न्याय वितरण प्रणाली को बेहतर बनाने और जांच प्रक्रिया में तेजी लाने का प्रयास कर रही है।”
सात मंजिला और लगभग 10,000 वर्ग मीटर में फैला यह नवनिर्मित विस्तारित भवन अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है। इसमें निम्नलिखित सेक्शन स्थित हैं :
(1) मॉडर्न नारकोटिक ड्रग (एनडीपीएस) लैब
(2) उन्नत डीएनए परीक्षण लैब
(3) उन्नत साइबर फोरेंसिक लैब
(4) अत्याधुनिक टॉक्सिकोलॉजी प्रयोगशाला
(5) राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालयों के प्रशिक्षुओं, राष्ट्रीय रक्षा अधिकारियों और प्रयोगशाला कर्मियों के लिए अलग मंजिल
इस भवन के निर्माण में दिल्ली सरकार ने 59 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। निर्माण परियोजना 2 जनवरी, 2020 को शुरू हुई थी और उल्लेखनीय रूप से, यह तीन साल से भी कम समय में पूरी हो गई है। यह भवन मुख्य भवन से जुड़ी हुई है और पूर्णतः वातानुकूलित है। इसमें महिलाओं के लिए विशेष वसुधा कक्ष भी बनाया गया है।