Illegal Gun Factory, Jalandhar Crime, Punjab Police Action – पंजाब के जालंधर (Jalandhar) में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां 10वीं कक्षा के एक नाबालिग छात्र को देसी कट्टे (country-made pistols) बनाने और बेचने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। यह छात्र अपने घर में ही मिनी गन फैक्ट्री चला रहा था और इंटरनेट से हथियार बनाने की ट्रेनिंग लेकर अवैध पिस्तौल तैयार कर रहा था। पुलिस ने उसके घर से 10 देसी कट्टे, मशीनें और अन्य हथियार बनाने वाला सामान बरामद किया है।
ऑनलाइन सीखी थी गन बनाने की ट्रेनिंग, 11 महीने से कर रहा था ये काम
पुलिस जांच में सामने आया कि यह नाबालिग छात्र पिछले 11 महीनों से अवैध हथियार बनाने के काम में जुटा था। उसने यूट्यूब (YouTube) और अन्य ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स से गन बनाने की पूरी तकनीक सीखी और अपने घर में ही इस धंधे को अंजाम दे रहा था। जालंधर पुलिस (Jalandhar Police) की स्पेशल क्राइम ब्रांच ने गुप्त सूचना के आधार पर इस छात्र को पकड़ा।
ऐसे हुआ खुलासा, पुलिस ने ऐसे बिछाया जाल
जालंधर कमिश्नरेट पुलिस के स्पेशल सेल के इंचार्ज रविंदर कुमार (Ravinder Kumar) ने बताया कि उन्हें जानकारी मिली थी कि कोट मोहल्ला (Kot Mohalla, Jalandhar) में रहने वाला एक नाबालिग हथियार बना रहा है और उन्हें शहर में सप्लाई कर रहा है। इस सूचना पर पुलिस ने ट्रैप लगाया और छापेमारी कर इस छात्र को रंगे हाथ पकड़ लिया।
पुलिस को छात्र के घर से 10 देसी कट्टे, एक लोहा काटने वाली मशीन, एक ड्रिल मशीन, हथियार बनाने के अन्य उपकरण और एक बिना नंबर की स्कूटी (Activa) बरामद हुई।
किन्हें बेचता था हथियार? पुलिस कर रही है पूछताछ
पुलिस को शक है कि इस छात्र के पीछे कोई बड़ा गिरोह हो सकता है, जो उसे यह काम सिखा रहा था या फिर वह किसी अपराधी गैंग के लिए काम कर रहा था। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि नाबालिग ने अब तक कितने हथियार बेचे हैं और किन-किन लोगों को सप्लाई किए हैं।
नाबालिग का बड़ा कबूलनामा, खुद करने वाला था इस्तेमाल!
पूछताछ के दौरान नाबालिग ने पुलिस को बताया कि वह सिर्फ गन बनाने की ट्रेनिंग नहीं ले रहा था, बल्कि कुछ हथियार खुद इस्तेमाल करने की भी प्लानिंग कर रहा था। पुलिस को उसके मोबाइल से कुछ संदिग्ध चैट्स और वीडियो मिले हैं, जिनकी जांच की जा रही है।
केस दर्ज, होगी कोर्ट में पेशी
पुलिस ने आरोपी छात्र पर आर्म्स एक्ट (Arms Act) की धारा 25, 27 और आईपीसी (IPC) की अन्य धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। पुलिस जल्द ही उसे जुवेनाइल कोर्ट (Juvenile Court) में पेश करेगी और आगे की जांच के लिए रिमांड मांगेगी।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स?
क्राइम एक्सपर्ट्स का कहना है कि इंटरनेट पर गन-मेकिंग से जुड़ी जानकारी आसानी से उपलब्ध होने की वजह से देशभर में ऐसे मामलों की संख्या बढ़ रही है। पुलिस और साइबर सेल को इस तरह के कंटेंट पर निगरानी बढ़ाने की जरूरत है, ताकि नाबालिग अपराध की दुनिया में न फंसें।