Yogendra Yadav on AAP : दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने शानदार जीत दर्ज कर 27 साल बाद सत्ता में वापसी कर ली है। वहीं, आम आदमी पार्टी (AAP) को बड़ा झटका लगा, यहां तक कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) भी अपनी सीट नहीं बचा सके।
अब स्वराज इंडिया (Swaraj India) के नेता योगेंद्र यादव (Yogendra Yadav) ने AAP पर करारा हमला करते हुए कहा कि “जो पार्टी कभी मंदिर जैसी थी, अब दुकान बन गई!”
योगेंद्र यादव ने क्यों कहा – “AAP अब दुकान बन गई”?
बीबीसी (BBC) से बातचीत में योगेंद्र यादव ने आम आदमी पार्टी की हार पर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा: “जब कोई मंदिर आपको दुकान की तरह लगने लगे, तो आप भाव-तोल करने लगते हैं – बीजेपी क्या ऑफर कर रही है? AAP क्या दे रही है? जनता ने तुलना की और बीजेपी को बेहतर समझा!” उन्होंने आरोप लगाया कि AAP ने नैतिकता और ईमानदार राजनीति की बात छोड़ दी और पारंपरिक राजनीति का हिस्सा बन गई।
“दिल्ली मॉडल सिर्फ एक अफवाह था!”
योगेंद्र यादव ने कहा कि AAP ने गुड गवर्नेंस (Good Governance) पर फोकस किया और शुरुआती दिनों में दिल्ली के स्कूलों और मोहल्ला क्लीनिक (Mohalla Clinic) में सुधार किए।
लेकिन उन्होंने तंज कसते हुए कहा: “बार-बार कहा गया कि यमुना की सफाई होगी, लेकिन यमुना आज भी गंदी है! पहले कहा जाता था कि MCD गंदगी फैलाती है, अब MCD आपके पास है – फिर भी कूड़ा साफ नहीं हुआ!” उन्होंने दिल्ली मॉडल को “एक अफवाह” करार दिया और कहा कि जनता अब AAP की नीतियों से निराश हो चुकी है।
AAP की रणनीतिक गलतियां – क्यों हारी पार्टी?
योगेंद्र यादव के अनुसार, AAP ने खुद को पारंपरिक राजनीति में ढाल लिया और अपनी मूल विचारधारा को छोड़ दिया। उन्होंने कहा कि:
✅ पहले AAP ने खुद को एक वैकल्पिक राजनीति की मिसाल के तौर पर पेश किया।
✅ बाद में पार्टी ने वही परंपरागत राजनीतिक हथकंडे अपनाने शुरू कर दिए।
✅ 2015 और 2020 में AAP ने शिक्षा और स्वास्थ्य में सुधार किए, लेकिन इसके बाद उनकी प्राथमिकताएं बदल गईं।
शराब घोटाले पर क्या बोले योगेंद्र यादव?
AAP लंबे समय से भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई का दावा करती रही है, लेकिन शराब घोटाले (Liquor Scam) ने पार्टी की छवि को खराब किया।
योगेंद्र यादव ने कहा: “अब तक अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) के खिलाफ कुछ साबित नहीं हुआ है, लेकिन जनता को समझ आ गया कि कुछ तो गड़बड़ थी!” उन्होंने AAP पर निशाना साधते हुए कहा कि “पार्टी ने शुरुआत में कहा था कि वे सरकारी बंगले और गाड़ियां नहीं लेंगे, लेकिन बाद में सब कुछ अपना लिया!”
आगे क्या? क्या AAP की राजनीति खत्म हो रही है?
अब सवाल यह है कि क्या AAP दिल्ली में अपनी पकड़ खो रही है?
➡️ बीजेपी की मजबूत वापसी के बाद AAP का भविष्य अनिश्चित नजर आ रहा है।
➡️ योगेंद्र यादव का बयान दर्शाता है कि पार्टी ने अपनी विश्वसनीयता खो दी है।
➡️ अब AAP को अपनी रणनीति में बड़ा बदलाव लाने की जरूरत होगी, नहीं तो 2029 तक पार्टी और कमजोर हो सकती है।