चंडीगढ़, 02 दिसंबर (The News Air) पंजाब के वित्त, योजना, आबकारी और कराधान मंत्री एडवोकेट हरपाल सिंह चीमा ने आज यहाँ बताया कि राज्य ने वित्तीय वर्ष 2023-24 के पहले 8 महीनों के दौरान नवंबर तक वस्तु और सेवा कर (जी. एस. टी.) से नैट प्राप्तियों में 16.61 प्रतिशत का विस्तार और आबकारी से प्राप्त होने वाले राज्यस्व में 11.45 प्रतिशत का विस्तार दर दर्ज किया है।
वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने यहां जारी प्रैस बयान में यह प्रगटावा करते हुये बताया कि वित्तीय वर्ष 2022- 23 में नवंबर तक राज्य की नैट जीएसटी प्राप्ति 11967.76 करोड़ रुपए थी जबकि चालू वित्तीय वर्ष के दौरान राज्य की नैट जीएसटी प्राप्ति 13955. 38 करोड़ रुपए है। उन्होंने कहा कि इस तरह नैट जी. एस. टी प्राप्ति में कुल 1987.62 करोड़ रुपए का विस्तार दर्ज किया गया है।
आबकारी से प्राप्त राजस्व के आंकड़ों का खुलासा करते हुये वित्त मंत्री ने कहा कि चालू वित्तीय वर्ष में नवंबर तक आबकारी से कुल राजस्व 5947. 47 करोड़ रुपए है जबकि वित्तीय वर्ष 2022- 23 के पहले 8 महीनों में कुल जी. एस. टी राजस्व 5336. 61 करोड़ रुपए था, इस तरह आबकारी से प्राप्त राजस्व में कुल 610. 86 करोड़ रुपए का विस्तार दर्ज किया गया। उन्होंने कहा कि नवंबर तक वेट, सी. एस. टी., जी. एस. टी., पी. एस. डी. टी. और आबकारी से प्राप्त राजस्व में नैट 13. 89 प्रतिशत के विस्तार प्राप्त हुआ है।
राज्य के अपने कर राजस्व में वृद्धि के बारे खुलासा करते हुये वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि राज्य सरकार ने कर चोरी करने वालों पर शिकंजा कस कर और कर प्रणाली को सरल बना कर ईमानदार करदाताओं को सुविधा देते हुये अपने कर राजस्व में विस्तार दर्ज किया है। उन्होंने कहा कि जीएसटी लागू होने के बाद पहली बार राज्य की 8 महीनों की कर प्राप्तियों ने 25 हज़ार करोड़ के आंकड़े को छूआ है। उन्होंने कहा कि राज्य को इस वित्तीय वर्ष के दौरान नवंबर महीने के अंत तक वेट, सी. एस. टी., जी. एस. टी., पी. एस. डी. टी. और आबकारी से 24965.59 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ है।
वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि पिछले वर्ष मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ने प्रशासन में पारदर्शिता और कुशलता लाकर राज्य के अपने राजस्व में भारी विस्तार किया है और राज्य की आर्थिकता को और मज़बूत करने के लिए इस वृद्धि को बरकरार रखने के लिए हर संभव यत्न किये जा रहे हैं। उन्होंने राज्य को विकास और खुशहाली की बुलन्दियों पर पहुँचाने की वचनबद्धता को दोहराया।