Mahakumbh Mela Fire : प्रयागराज (Prayagraj) में चल रहे महाकुंभ (Kumbh Mela) मेले में एक बार फिर आग लगने की घटना सामने आई है। यह हादसा मेला क्षेत्र के सेक्टर 8 (Sector 8) में हुआ, जहां एक शिविर (Camp) में आग लग गई। इस आग के कारण कई टेंट जलकर राख हो गए, हालांकि, राहत की बात यह रही कि इस हादसे में किसी की जान नहीं गई। आग पर काबू पाने के लिए फायर ब्रिगेड (Fire Brigade) और एनडीआरएफ (NDRF) की टीम मौके पर तुरंत पहुंची और आग पर काबू पा लिया।
आग के कारणों की बात करें तो यह आग उन तंबुओं (Tents) में लगी थी, जिन्हें कल्पवासी (Kailpvasis) पहले ही खाली कर चुके थे। आग इतनी बड़ी थी कि तेजी से फैलने लगी थी, लेकिन समय रहते संबंधित टीमों ने पूरी स्थिति पर नियंत्रण पा लिया।
नुकसान और नुकसान का आकलन
इस आग की चपेट में कई शिविरों के टेंट आ गए। इनमें कवि मानस मंडल (Kavi Manas Mandal) के तीन टेंट और उपभोक्ता संरक्षण समिति (Consumer Protection Committee) के दो से तीन टेंट जलकर राख हो गए। हालांकि, इस घटना के दौरान कोई भी व्यक्ति टेंट में मौजूद नहीं था, लेकिन वहां रखे सभी सामान जलकर पूरी तरह से नष्ट हो गए।
महाकुंभ मेले में आग की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं
यह महाकुंभ मेले में एक महीने में हुई पांचवीं आग की घटना है। इससे पहले 19 जनवरी (January 19) को गीता प्रेस (Geeta Press) के शिविर में भी आग लगी थी। फिर 30 जनवरी (January 30) को सेक्टर 22 (Sector 22) में आग लगने की घटना हुई थी। इसके बाद 7 फरवरी (February 7) को एक अन्य सेक्टर में आग लगी और 15 फरवरी (February 15) को सेक्टर 18 (Sector 18) में भी आग लगी। 17 फरवरी (February 17) को फिर से सेक्टर 8 (Sector 8) में दो स्थानों पर आग लगी।
इस बार की आग की घटना महाकुंभ मेले में हुए पिछले कुछ हादसों के जैसा था, जिसमें तेज़ी से आग फैली थी और काफी नुकसान हुआ था।
आग पर नियंत्रण और घटनाओं से सीख
हर बार की तरह इस बार भी फायर ब्रिगेड और NDRF टीम ने अपनी त्वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया से आग को फैलने से पहले काबू पा लिया। इस घटना से यह स्पष्ट हो जाता है कि महाकुंभ मेले में लगातार बढ़ती आग की घटनाओं को देखते हुए सुरक्षा और अग्निशमन उपायों को और प्रभावी बनाने की आवश्यकता है।