Sub-Inspector Murder in Punjab : पंजाब (Punjab) के तरनतारन (Tarn Taran) ज़िले में कानून व्यवस्था पर एक बार फिर सवाल खड़े हो गए हैं, जब कोट मोहम्मद खान (Kot Mohammad Khan) गांव में ड्यूटी पर तैनात सब-इंस्पेक्टर चरणजीत सिंह (Sub-Inspector Charanjit Singh) की गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना श्री गोइंदवाल साहिब थाना (Sri Goindwal Sahib Police Station) क्षेत्र की है, जहां दो पक्षों में झगड़े की शिकायत मिलने पर पुलिस टीम पहुंची थी। इसी दौरान हमलावरों ने फायरिंग कर दी, जिसमें सब-इंस्पेक्टर की जान चली गई और एक अन्य पुलिसकर्मी घायल हो गया।
पुलिस ने सरपंच कुलदीप (Sarpanch Kuldeep) समेत 20 लोगों पर हत्या समेत गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की है। एसएसपी अभिमन्यु (SSP Abhimanyu) ने जानकारी दी कि सभी आरोपियों की पहचान कर ली गई है और पुलिस लगातार उनकी गिरफ्तारी के प्रयास में जुटी है। घटनास्थल पर पहुंचे डीआईजी फिरोजपुर रेंज के एसएसपी हरमन बीर सिंह गिल (DIG Ferozepur Range SSP Harmanbir Singh Gill) ने स्थिति का जायजा लिया।
मुख्यमंत्री भगवंत मान (CM Bhagwant Mann) ने घटना को लेकर गहरा दुख जताया और सोशल मीडिया पर शहीद सब-इंस्पेक्टर चरणजीत सिंह को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि सरकार शहीद के परिवार को 1 करोड़ रुपये की अनुग्रह राशि देगी, जबकि एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) से 1 करोड़ रुपये की बीमा राशि और दी जाएगी। उन्होंने कहा कि शहीद की बहादुरी को हमेशा याद रखा जाएगा।
ਆਪਣੀ ਡਿਊਟੀ ਨਿਭਾਉਣ ਦੌਰਾਨ ਸ਼ਹੀਦ ਹੋਏ ਸਬ-ਇੰਸਪੈਕਟਰ ਚਰਨਜੀਤ ਸਿੰਘ ਦੀ ਬਹਾਦਰੀ ਨੂੰ ਸਮੁੱਚੀ ਆਮ ਆਦਮੀ ਪਾਰਟੀ ਸਲਾਮ ਕਰਦੀ ਹੈ। ਇਸ ਦੁੱਖ ਦੀ ਘੜੀ 'ਚ CM @BhagwantMann ਜੀ ਦੀ ਅਗਵਾਈ ਵਾਲ਼ੀ ‘ਆਪ’ ਸਰਕਾਰ ਉਹਨਾਂ ਦੇ ਪਰਿਵਾਰ ਨਾਲ਼ ਖੜਨ ਅਤੇ ਹਰ ਪੱਖੋਂ ਸਾਥ ਦੇਣ ਦਾ ਵਚਨ ਦਿੰਦੀ ਹੈ।
‘ਆਪ’ ਸਰਕਾਰ ਵੱਲੋਂ ਸ਼ਹੀਦ ਦੇ ਪਰਿਵਾਰ ਨੂੰ 1 ਕਰੋੜ… pic.twitter.com/ITd7IXkBzl
— AAP Punjab (@AAPPunjab) April 10, 2025
घटना की पृष्ठभूमि में, गांव कोट मोहम्मद खान में दो गुटों के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा था। पुलिस ने दोनों पक्षों को चेतावनी भी दी थी। लेकिन बुधवार रात एक बार फिर से जब दोनों पक्ष भिड़े तो ऑनलाइन शिकायत दर्ज की गई, जिसके बाद सब-इंस्पेक्टर चरणजीत सिंह पुलिस दल के साथ मौके पर पहुंचे। तभी एक पक्ष की ओर से अचानक गोलीबारी शुरू हो गई, जिसमें चरणजीत सिंह को गंभीर चोट आई और उन्हें अस्पताल ले जाने पर मृत घोषित कर दिया गया।
यह केस डीएसपी अतुल सोनी (DSP Atul Soni) की शिकायत पर दर्ज किया गया है। जानकारी के मुताबिक, शहीद इंस्पेक्टर का बेटा विदेश में है और जल्द ही तरनतारन पहुंचेगा, जिसके बाद अंतिम कार्रवाई की जाएगी।
विपक्ष ने इस मामले को लेकर सरकार पर हमला बोला है। शिरोमणि अकाली दल (Shiromani Akali Dal) के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया (Bikram Singh Majithia) ने कहा कि खडूर साहिब (Khadoor Sahib) हलके में एक सरपंच द्वारा पुलिस अफसर की हत्या, सरकार की कानून व्यवस्था की विफलता का जीता-जागता उदाहरण है। उन्होंने सवाल उठाया – “क्या सरपंच को हत्या का लाइसेंस दे रखा है? अब क्या पुलिस भी सुरक्षित नहीं रही?”
इसी तरह, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग (Amrinder Singh Raja Warring) ने भी हमला बोलते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी सिर्फ कानून-व्यवस्था में फेल ही नहीं, बल्कि पार्टी के कार्यकर्ताओं को ‘हत्या का लाइसेंस’ भी दे रही है। उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मी की हत्या उसके सहकर्मियों के सामने होना गंभीर चिंता का विषय है।
इस दर्दनाक घटना ने पंजाब की सुरक्षा और प्रशासनिक व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। पुलिस फिलहाल जांच में जुटी है और सभी नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।