Dr. BR Ambedkar Statue Vandalism Incident: डॉ. भीमराव अंबेडकर (Dr. BR Ambedkar) की मूर्ति तोड़ने की घटना ने पूरे देश में गहरी नाराजगी और सामाजिक असंतोष पैदा किया है। बठिंडा (Bathinda) में अकाल तख्त (Akal Takht) के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह (Giani Harpreet Singh) ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए इसे देश में अल्पसंख्यकों और दबे-कुचले वर्गों के खिलाफ बढ़ती नफरत का नतीजा बताया।
“सिख समुदाय को बदनाम करने की साजिश”
जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने उन बयानों का खंडन किया, जिनमें यह दावा किया गया था कि यह घटना श्री दरबार साहिब (Sri Harmandir Sahib) के गलियारे में हुई है। उन्होंने इसे “सिख समुदाय को बदनाम करने की एक सोची-समझी साजिश” बताया। उनका कहना है कि कुछ लोग जानबूझकर इस प्रकार की झूठी खबरें फैलाकर समाज में नफरत का माहौल बनाना चाहते हैं।
“डॉ. अंबेडकर का सम्मान हर भारतीय का कर्तव्य”
जत्थेदार ने अपने बयान में कहा कि डॉ. अंबेडकर भारतीय संविधान के निर्माता थे और उनका सम्मान करना हर नागरिक का नैतिक कर्तव्य है। उन्होंने प्रशासन से दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है ताकि समाज में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
अल्पसंख्यकों के खिलाफ नफरत पर जताई चिंता
जत्थेदार हरप्रीत सिंह ने कहा कि इस तरह की घटनाएं देश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ बढ़ती नफरत और सामाजिक असमानता को दर्शाती हैं। उनका मानना है कि इन घटनाओं के पीछे का उद्देश्य समाज में अशांति और विभाजन पैदा करना है। उन्होंने सभी समुदायों से शांति और सद्भाव बनाए रखने की अपील की।
घटना के राजनीतिक पहलू
Bathinda Incident पर राजनीति गरमाई: यह घटना राजनीतिक गलियारों में भी चर्चा का विषय बन गई है। कई नेताओं ने इसे कानून-व्यवस्था की विफलता करार दिया है। विपक्षी दलों ने सरकार से दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने की मांग की है।
सोशल मीडिया पर विरोध: घटना के बाद सोशल मीडिया पर भी आम जनता में भारी आक्रोश देखने को मिला। ट्विटर (Twitter) और फेसबुक (Facebook) जैसे प्लेटफॉर्म्स पर #JusticeForAmbedkar ट्रेंड कर रहा है।
सामाजिक और कानूनी प्रतिक्रियाएं
प्रशासन की कार्रवाई: बठिंडा प्रशासन ने इस मामले में संज्ञान लिया है और दोषियों की पहचान के लिए जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगालने के साथ-साथ स्थानीय लोगों से पूछताछ शुरू कर दी है।
जनता की मांग: स्थानीय निवासियों और सामाजिक संगठनों ने इस घटना के खिलाफ प्रदर्शन किया और आरोपियों को जल्द से जल्द सजा दिलाने की मांग की।
जत्थेदार की अपील: शांति और सद्भाव बनाए रखें
ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने सभी समुदायों से अपील की है कि वे शांति बनाए रखें और किसी भी प्रकार के उकसावे में न आएं। उन्होंने कहा कि इस समय समाज को विभाजनकारी ताकतों के खिलाफ एकजुट होकर खड़ा होना चाहिए।
दोषियों को मिले सजा
डॉ. अंबेडकर की मूर्ति तोड़ने जैसी घटनाएं न केवल समाज को तोड़ती हैं, बल्कि संविधान और उसके मूल्यों का भी अपमान करती हैं। ऐसे में प्रशासन को सख्त कदम उठाने की जरूरत है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों।
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