Delhi CM, BJP, Pravesh Verma, Mohan Singh Bisht, Vijender Gupta: दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly Elections) में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। अब सभी की नजरें इस पर टिकी हैं कि दिल्ली का अगला मुख्यमंत्री (Delhi CM) कौन होगा?
सूत्रों के मुताबिक, विधायकों के बीच से ही नया मुख्यमंत्री चुना जाएगा। वहीं, बीजेपी में इस बात पर भी मंथन हो रहा है कि क्या इस बार किसी महिला नेता को दिल्ली की कमान सौंपी जा सकती है?
सामाजिक समीकरणों का रखा जाएगा ध्यान
नई सरकार के गठन में जातीय और सामाजिक समीकरण अहम भूमिका निभाएंगे। सूत्रों का कहना है कि डिप्टी सीएम (Deputy CM) का पद भी बनाया जा सकता है ताकि सभी समुदायों को प्रतिनिधित्व मिले।
दिल्ली में बीजेपी की चार महिला विधायक चुनी गई हैं – नीलम पहलवान (Neelam Pehalwan), रेखा गुप्ता (Rekha Gupta), पूनम शर्मा (Poonam Sharma) और शिखा राय (Shikha Rai)। ऐसे में इनका नाम भी चर्चा में आ सकता है।
इसके अलावा, बीजेपी के अनुसूचित जाति (SC) के चार विधायक भी जीते हैं, जिन्हें सरकार में अहम भूमिका दी जा सकती है।
दिल्ली के नए मुख्यमंत्री के संभावित चेहरे
1. प्रवेश वर्मा (Pravesh Verma)
प्रवेश वर्मा, दिल्ली के सबसे ताकतवर जाट नेताओं में से एक हैं और बाहरी दिल्ली (Outer Delhi) में उनका काफी प्रभाव है। बीजेपी को बाहरी दिल्ली की सातों सीटों पर बड़ी जीत मिली है, जिससे प्रवेश वर्मा की दावेदारी मजबूत मानी जा रही है।
इसके अलावा, प्रवेश वर्मा गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) के करीबी माने जाते हैं। हालांकि, यह देखना होगा कि वे कार्यकर्ताओं की पसंद बन पाते हैं या नहीं।
2. मोहन सिंह बिष्ट (Mohan Singh Bisht)
मोहन सिंह बिष्ट छठी बार विधायक बने हैं और दिल्ली की मुस्लिम बहुल मुस्तफाबाद (Mustafabad) सीट से जीतकर आए हैं। वह लंबे समय से दिल्ली की राजनीति में सक्रिय हैं और पहाड़ी समाज (Pahadi Community) के बड़े नेता माने जाते हैं।
कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक, मोहन सिंह बिष्ट को मुख्यमंत्री या विधानसभा अध्यक्ष (Speaker) का पद मिल सकता है।
3. विजेंद्र गुप्ता (Vijender Gupta)
बीजेपी पिछले 10 साल से दिल्ली की सत्ता से बाहर रही, लेकिन विजेंद्र गुप्ता ने लगातार रोहिणी (Rohini) से जीत दर्ज की।
वह दिल्ली सरकार की नीतियों की गहरी समझ रखते हैं और विधानसभा में हमेशा बीजेपी का पक्ष मजबूती से रखते आए हैं। यही वजह है कि अमित शाह भी उनकी तारीफ कर चुके हैं।
4. राजकुमार चौहान (Rajkumar Chauhan)
राजकुमार चौहान उन चार अनुसूचित जाति (SC) विधायकों में से एक हैं, जिन्होंने इस बार बीजेपी के टिकट पर जीत दर्ज की।
वह पहले कांग्रेस सरकार में मंत्री रह चुके हैं, लेकिन उनकी कांग्रेस पृष्ठभूमि उनके खिलाफ जा सकती है।
5. कैलाश गंगवाल (Kailash Gangwal)
मादीपुर (Madipur) सीट से आम आदमी पार्टी (AAP) की राखी बिड़ला (Rakhi Birla) को हराने वाले कैलाश गंगवाल का नाम भी मुख्यमंत्री पद की रेस में शामिल है।
इसके अलावा, बवाना (Bawana) से जीतने वाले रवि इंद्राज सिंह (Ravi Inderraj Singh) समेत चार SC विधायकों को सरकार में अहम जिम्मेदारी मिल सकती है।
6. सतीश उपाध्याय (Satish Upadhyay)
ब्राह्मण समुदाय के बड़े नेता सतीश उपाध्याय (Satish Upadhyay) और पवन शर्मा (Pawan Sharma) को भी मुख्यमंत्री पद के लिए संभावित दावेदार माना जा रहा है।
सतीश उपाध्याय ने आम आदमी पार्टी (AAP) के बड़े नेता सोमनाथ भारती (Somnath Bharti) को मालवीय नगर (Malviya Nagar) से हराया है। वह संगठन में लंबे समय से सक्रिय हैं और कार्यकर्ताओं के बीच उनकी अच्छी पकड़ मानी जाती है।
7. पवन शर्मा (Pawan Sharma)
उत्तम नगर (Uttam Nagar) से विधायक बने पवन शर्मा भी एक मजबूत दावेदार हो सकते हैं। वह हमेशा चुपचाप और प्रभावी ढंग से काम करने वाले नेता माने जाते हैं।
कई राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि RSS से उनकी नजदीकियां उन्हें मुख्यमंत्री पद की रेस में शामिल कर सकती हैं।
क्या दिल्ली को पहली महिला मुख्यमंत्री मिलेगी?
बीजेपी की चार महिला विधायक जीतकर आई हैं, जिससे यह अटकलें तेज हैं कि क्या दिल्ली को पहली बार महिला मुख्यमंत्री मिलेगी?
नीलम पहलवान (Neelam Pehalwan) और रेखा गुप्ता (Rekha Gupta) के नामों पर चर्चा चल रही है। हालांकि, बीजेपी महिला उम्मीदवार को मुख्यमंत्री बनाने पर कितना विचार करेगी, यह अभी साफ नहीं है।
अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? अमित शाह करेंगे अंतिम फैसला
दिल्ली के मुख्यमंत्री पद के लिए अभी कई नाम चर्चा में हैं, लेकिन अंतिम फैसला गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी हाईकमान (BJP High Command) ही करेंगे।
संभावना है कि अगले कुछ दिनों में बीजेपी विधायक दल की बैठक होगी, जिसमें नए मुख्यमंत्री का चुनाव होगा।
क्या बीजेपी नया चेहरा ला सकती है?
कुछ राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि बीजेपी इस बार कोई नया और चौंकाने वाला चेहरा भी सामने ला सकती है।
अब देखना यह होगा कि दिल्ली की नई सरकार का नेतृत्व कौन करता है और बीजेपी दिल्ली में अपने चुनावी वादों को कैसे पूरा करती है।