नई दिल्ली, 20 सितंबर (The News Air)
पेट्रोल और डीज़ल की क़ीमतें आसमान छू रही हैं । इसकी वजह से लोगों का बजट गड़बड़ा गया है। कार ओनर एक बार अधिकतम काम बाइक से निपटाने की सोच रहे हैं, तो वही बाइक वाले भी कम आमदनी से हैरान परेशान हैं। इस बीच लोगों की दिलचस्पी इलेक्ट्रिक वाहनों की तरफ़ बढ़ी है। बाइक, मोपेड कार और अब ट्रक भी इलेक्ट्रिक एनर्जी से दौड़ने लगे हैं।
नई इलेक्ट्रिक कार आम आदमी की पहुंच से दूर-इलेक्ट्रिक गाड़ियां प्रदूषण नहीं फैलाती है, ये शोर भी कम करती हैं। कई सारी ख़ूबियाँ इन गाड़ियों में मौजूद है। वहीं बाज़ार में इलेक्ट्रिक वाहन बनाने वाली कंपनियां लुभावने ऑफर भी दे रही हैं। वहीं ये गाड़ियां आम आदमी की पहुंच से बाहर हैं। बाइक तो फिर भी ख़रीदने के लिए आदमी सोच सकता है। लेकिन कार को ख़रीदना थोड़ा महंगा है। इसका तरीक़ा खोज लिया गया है। अब आप बेहद कम खर्चे में अपनी पेट्रोल- डीज़ल कार को इलेक्ट्रिक कार में बदल सकते हैं।
5 साल की मिलती है वारंटी-पेट्रोल या डीज़ल कार को इलेक्ट्रिक कार में कन्वर्ट किया जा सकता है। इलेक्ट्रिक व्हीकल पार्ट्स निर्माता कंपनियों ने ये काम शुरु कर दिया है। अच्छी बात ये है कि ये कंपनियां कन्वर्ट की गई इलेक्ट्रिक कार पर पूरी वारंटी भी देती हैं। ये वारंटी भी पूरे पांच साल के लिए होती है। इस दौरान किसी भी पार्ट में कोई भी ख़ामी आ जाए तो ये कंपनियां उसे मुफ़्त में ठीक करती हैं। पेट्रोल या डीज़ल कार में आपको सर्विसिंग कराना पड़ती है, ये ख़र्च भी कंपनी उठायेगी। ये आपको किट और सभी पार्ट्स का वारंटी सर्टिफिकेट भी देती हैं, इसे सरकार और RTO से मंजूरी होती है।
यहां कराएं कन्वर्ट-हैदराबाद की ईट्रायो (etrio) और नॉर्थवेएमएस (northwayms) नाम की कंपनियां प्रमुखता से ये काम कर रही हैं। दोनों कंपनियां किसी भी पेट्रोल या डीज़ल कार को इलेक्ट्रिक कार में कन्वर्ट कर देती हैं। ऑल्टो, डिज़ायर, वैगनआर, i10, स्पार्क या अन्य कोई भी पेट्रोल या डीज़ल कार को इलेक्ट्रिक कार में कन्वर्ट करा सकते हैं। इन सभी कारों में इलेक्ट्रिक किट तक़रीबन एक जैसी होती है। यदि आप अपनी गाड़ी को इलेक्ट्रिक में कन्वर्ट कराना चाहते हैं तो इन कंपनियों की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर संपर्क कर सकते हैं।
करना होगा इतना ख़र्च-पेट्रोल- डीज़ल को इलेक्ट्रिक कार में बदलने के लिए कार के कई पार्टस बदलने होते हैं। इसमें मोटर, कंट्रोलर, रोलर और बैटरी इंस्टाल की जाती है। 20 किलोवॉट की इलेक्ट्रिक मोटर और 12 किलोवॉट की लिथियम आयन (Li-ion) बैटरी का ख़र्च तक़रीबन 4 लाख रुपए तक होता है। इसी तरह यदि बैटरी 22 किलोवॉट की होती है तो इसका ख़र्च क़रीब 5 लाख रुपए तक आ सकता है।
मिलता है ज़बरदस्त माइलेज-12 किलोवॉट की लिथियम आयन बैटरी लगाने पर ये एक बार चार्ज करने पर क़रीब 70 किमी तक चलती है। 22 किलोवॉट की लिथियम आयन बैटरी 150 किमी तक चार्ज करने को नहीं कहती। इसमें मोटर भी अहम रोल निभाती है।
पेट्रोल की तुलना में इलेक्ट्रिक कार से होगी बचत-पेट्रोल से इलेक्ट्रिक कार को कन्वर्ट करने पर एक किलोमीटर का ख़र्च तक़रीबन 74 पैसे आता है। यानि 100 किलोमीटर के लिए आपको मात्र 74 रुपए ख़र्च करने होंगे। वहीं यदि आप पेट्रोल गाड़ी का उपोयग करते हैं ये गाड़ी 20 किलोमीटर प्रति लीटर का माइलेज देती है, पेट्रोल का रेट 110 लीटर है तो 100 किलोमीटर का ख़र्च 550 रुपए का आएगा। इस तरह 100 किलोमीटर की दूरी में आप तक़रीबन 476 रुपए की बचत कर सकते हैं। वहीं आप पर्यावरण को प्रदूषित होने से भी बचाएंगे।