चंडीगढ़, 20 सितंबर (The News Air)
कांग्रेस नेता चरणजीत सिंह चन्नी अब पंजाब के 16वें मुख्यमंत्री बन गए हैं। उन्हें राज्यपाल बीएल पुरोहित ने पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई। वह पंजाब के पहले दलित नेता हैं, जिन्हें राज्य के सीएम की कुर्सी मिली है। 58 साल के चन्नी का विवादों से पुराना नाता रहा है। उनके ऐसे कई चर्चित क़िस्से हैं, जिनके चलते वह विवादों में रहे हैं। महिला अफ़सर को मैसेज भेज MeToo फंसे..सिक्का उछाल कर दी पोस्टिंग..जैसे कई विवाद
महिला IAS अफ़सर का MeToo विवाद- पंजाब के नए सीएम चन्नी जब 2018 में कैप्टन सरकार में मंत्री थे तो उन पर एक महिला आईएएस अफ़सर ने MeToo जैसे गंभीर आरोप लगाए थे। बताया जाता है कि उन्होंने IAS अफ़सर को आपत्तिजनक मैसेज भेजे थे। यह मामला पंजाब महिला आयोग तक पहुंचा था। आयोग ने इस पर सरकार से कई सवाल किए थे। इतना ही नहीं अमरिंदर सिंह ने चन्नी को महिला अधिकारी से माफ़ी मांगने के लिए कहा था।
सिक्का उछाल कर किया था फ़ैसला: सीएम चरणजीत चन्नी का यह विवाद भी साल 2018 का है। जब वह तकनीकी शिक्षा मंत्री थे तो पॉलिटेक्निक इंस्टिट्यूट में भर्ती की गई थी। लेक्चरर के पद के लिए दो उम्मीदवार एक ही जगह पर अपनी पोस्टिंग चाहते थे। ऐसे में चन्नी ने एक सिक्का उछालते हुए यानि टॉस करके उनका फ़ैसला किया था। लेकिन यह सब नज़ारा वहाँ लगे सीसीटीवी में क़ैद हो गया था। वीडियो वायरल होने के बाद मामल ने तूल पकड़ लिया था। जिससे चन्नी के साथ-साथ पंजाब सरकार को भी फज़ीहत का सामना करना पड़ा।
मुख्यमंत्री बनने के लिए हाथी की सवारी: राजनीति में सफलता और पंजाब के मुख्यमंत्री की कुर्सी पाने की चाहत में चरणजीत सिंह चन्नी ने अपने घर में हाथी पर बैठकर प्रवेश किया था। क्योंकि उनको एक ज्योतिषी ने कहा था कि अगर वो ऐसा करते हैं तो पंजाब के मुख्यमंत्री बन सकते हैं। इस दौरान शिरोमणि अकाली दल-भारतीय जनता पार्टी की सरकार थी और चन्नी पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता थे।
पीएचडी एंट्रेंस नहीं कर सके क्लियर: बता दें कि चन्नी का एक विवाद पीएचडी के एंट्रेस एग्ज़ाम को लेकर भी रहा है। यह बात साल 2017 की है, जब उन्होंने पीएचडी का एंट्रेंस दिया था। चन्नी पर आरोप लगा था कि उन्होंने पंजाब यूनिवर्सिटी को फ़ायदा पहुंचाने के लिए उम्मीदवारों को नियमों में छूट दी थी।
ज्योतिषी की सलाह पर तोड़ी सड़क: पंजाब के नए सीएम पर ग्रीन बेल्ट तोड़ सड़क बनाने का भी आरोप लग चुका है। यह मामला साल 2018 का है जब चन्नी पंजाब के मंत्री बने थे। ज्योतिषी की सलाह पर उन्होंने सरकारी घर का नक़्शा दिया था। इसके लिए उन्होंने ग्रीन बेल्ट तुड़वा कर सड़क बनवाई थी।