The News Air- पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रधान सुनील जाखड़ ने चंडीगढ़ मुद्दे पर बड़ा तंज़ कसा है। उन्होंने कहा कि पंजाब और हरियाणा के बीच किसान आंदोलन में बना भाईचारा चंडीगढ़ के मरे मुद्दे की भेंट चढ़ेगा।
जाखड़ ने लिखा कि इस मामले में पंजाब और हरियाणा आमने-सामने हैं। ऐसे में हमेशा की तरह 2 बिल्लियों की लड़ाई में बंदर बाज़ी मार जाएगा। हालांकि उनकी इन बातों में बंदर कौन है? इसको लेकर सियासी गलियारों में सुगबुगाहट हो रही है।
जज़बात की भेंट चढ़ेगा भाईचारा
सुनील जाखड़ ने कहा कि सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर पंजाब और हरियाणा के लोगों का भाईचारा स्थापित हुआ था। उन्होंने चंडीगढ़ को एक मरा हुआ मुद्दा बताया। उन्होंने कहा कि इस मरे हुए मुद्दे की वजह से भाईचारा भड़के हुए जज़बात की भेंट चढ़ जाएगा। उन्होंने कहा कि अब हरियाणा भी पंजाब को क़रारा जवाब देने के लिए विधानसभा सेशन बुला रहा है।
पंजाब और हरियाणा के बीच टकराव
चंडीगढ़ के मुद्दे पर पंजाब और हरियाणा के बीच टकराव चल रहा है। इसकी शुरूआत केंद्र सरकार द्वारा चंडीगढ़ के कर्मचारियों पर केंद्रीय नियम लागू करने से हुई। जिसके बाद 1 अप्रैल को पंजाब की AAP सरकार ने विधानसभा सेशन बुलाया।
विधानसभा सत्र में चंडीगढ़ पूर्ण रूप से पंजाब को देने के लिए प्रस्ताव पास कर दिया। यह देख हरियाणा सरकार ने भी कैबिनेट मीटिंग कर कल विधानसभा सेशन बुलाया है। जिसमें चंडीगढ़ ही नहीं बल्कि सतलुज-यमुना लिंक (SYL) नहर और हिंदी भाषी इलाक़े हरियाणा को देने का प्रस्ताव पास हो सकता है।