असम, 23 जनवरी (The News Air) असम (Assam) में चल रही कांग्रेस (Congress) की भारत जोड़ो न्याय यात्रा (Bharat Jodo Nyay Yatra) के दौरान मंगलवार को बवाल मच गया। कांग्रेस (Congress) के 5000 से ज्यादा कार्यकर्ताओं को गुवाहाटी शहर में घुसने से रोका गया तो वे हंगामा करने लगे और बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश भी की। इसके बाद पुलिस (Police) ने लाठीचार्ज किया, जिसमें कांग्रेस (Congress) के कई नेता घायल हो गए। बिना अनुमति एंट्री (Entry) की कोशिश करने और अव्यवस्था पैदा करने को लेकर राहुल गांधी (Rahul Gandhi) समेत कई लोगों पर केस भी दर्ज हुआ है। इसे लेकर सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने DGP से बात की और उन्हें केस फाइल करने का आदेश दिया।
यह पूरा बवाल तब हुआ, जब करीब 5000 कार्यकर्ताओं को पुलिस (Police) ने रोक दिया, जो गुवाहाटी शहर में जाना चाहते थे। इन लोगों को शहर में एंट्री (Entry) करने से ठीक पहले रोका गया। इन्हें रोकने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस (Police) बल को तैनात किया गया है। कांग्रेस (Congress) का कहना है कि पुलिस के लाठीचार्ज में असम के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन कुमार बोरा, विधानसभा में नेता विपक्ष देबब्रत सैकिया भी जख्मी हुए हैं। पुलिस (Police) प्रशासन का कहना है कि यह कार्रवाई तब की गई है, जब कांग्रेस (Congress) के कार्यकर्ता गुवाहाटी शहर में एंट्री से रोकने को लगाए गए बैरिकेड्स हटाने लगे। इससे पहले हिमंता बिस्वा सरमा सरकार ने कांग्रेस Congress() की यात्रा को गुवाहाटी के मुख्य मार्ग से निकालने की परमिशन नहीं दी थी। प्रशासन का कहना था कि मंगलवार को गुवाहाटी मं वर्किंग डे (Working Day) होगा और यदि यात्रा को निकलने की परमिशन दी गई तो फिर पूरे शहर में जाम लग जाएगा।
भारत की सांस्कृतिक विविधता को शंकर देव जी ने भक्ति के माध्यम से एकता के सूत्र में पिरोया, लेकिन आज मुझे उन्हीं के स्थान पर माथा टेकने से रोका गया।
मैंने मंदिर के बाहर से ही भगवान को प्रणाम कर उनका आशीर्वाद लिया।
अमर्यादित सत्ता के विरुद्ध मर्यादा का यह संघर्ष हम आगे बढ़ाएंगे। pic.twitter.com/EjMS1hB6pG
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 22, 2024
असम सरकार ने कहा था कि कांग्रेस (Congress) को अपनी यात्रा गुवाहाटी के मुख्य मार्ग लाने की बजाय नेशनल हाईवे (National Highway) की तरफ जाना चाहिए। कांग्रेस (Congress) कार्यकर्ताओं से कहा गया था कि वे नेशनल हाईवे (National Highway) 27 पर जाएं, जो गुवाहाटी के लिए रिंग रोड की तरह है। मार्च में शामिल कांग्रेस (Congress) के लोगों ने कहा कि प्रशासन ने बेतुका आधार देते हुए गुवाहाटी में Entry की परमिशन नहीं दी है। इस तरह मंगलवार को एक बार फिर से यात्रा को लेकर Congress और BJP में ठन गई। इससे पहले सोमवार को भी उस वक्त संघर्ष शुरू हो गया, जब Rahul Gandhi को एक मंदिर में एंट्री देने से रोका गया था। इसके बाद Rahul Gandhi और जयराम रमेश समेत तमाम नेता सड़क पर ही बैठ गए और रघुपति राघव राजा राम गाने लगे।
Congress बोली- डर गई है हिमंता बिस्वा की सरकार: Congress का कहना है कि हिमंता बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) की सरकार Rahul Gandhi की यात्रा से डर गई है और उसे रोकना चाहती है। Congress ने कहा, ‘असम में हमारी एंट्री के बाद से ही देश के सबसे भ्रष्ट CM हमारे काफिले पर लगातार हमले करवा रहे हैं। इसके लिए गुंडों का भी इस्तेमाल किया जा रहा है।’ बता दें कि Rahul Gandhi वैष्णव संत श्रीमंत शंकरदेव के मंदिर जाना चाहते थे, जिनकी Assam में बहुत मान्यता है। लेकिन Himanta Biswa Sarma ने कहा था कि राहुल गांधी को अयोध्या में चल रहे प्राण प्रतिष्ठा (Praan Pratishthita) के आयोजन से पहले मंदिर नहीं जाना चाहिए।
Rahul Gandhi को मंदिर में Entry न मिलने पर भी हुआ था विवाद: उन्होंने कहा था कि Rahul Gandhi यदि राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा (Praan Pratishthita) से पहले बटाद्रवा मंदिर जाएंगे तो सही संकेत नहीं जाएगा। इससे राम मंदिर (Ram Mandir) और बटाद्रवा मंदिर के बीच प्रतिस्पर्धा का माहौल बनेगा। ऐसा होना Assam के लिए ठीक नहीं होगा। यही नहीं मंदिर कमेटी ने भी Congress से साफ किया था कि 3 बजे से पहले Entry नहीं दी जाएगी। इसके बाद Rahul Gandhi एवं अन्य कांग्रेस नेताओं को रास्ते में ही रोक लिया गया था। फिर सारे नेता सड़क पर ही बैठ गए और भजन करने लगे थे। इसके बाद Media से बात करते हुए Rahul Gandhi ने कहा था कि वह शंकरदेव के दर्शन को मानते हैं।