Delhi Assembly Election Results 2025 – दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे आ चुके हैं, और इस बार भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए 48 सीटों पर जीत दर्ज की है। आम आदमी पार्टी (AAP), जिसने 2015 और 2020 में धमाकेदार जीत हासिल की थी, इस बार बुरी तरह हार गई। AAP के राष्ट्रीय संयोजक और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) खुद चुनाव हार गए, जिससे पार्टी की स्थिति और खराब हो गई।
AAP की हार से BJP गदगद है, लेकिन सबसे ज्यादा खुश अगर कोई है तो वह कांग्रेस (Congress) है। हालांकि कांग्रेस इस चुनाव में कोई सीट नहीं जीत पाई, फिर भी उसे तीन बड़े फायदे हुए हैं। आइए जानते हैं कि आखिर क्यों कांग्रेस इस चुनाव को अपने लिए सकारात्मक मान रही है।
1. कांग्रेस की मदद से AAP की हार!
कांग्रेस की पहली खुशी की वजह यह है कि उसने अप्रत्यक्ष रूप से AAP को सत्ता से बाहर करने में अहम भूमिका निभाई।
- दिल्ली की 12 विधानसभा सीटें ऐसी थीं जहां कांग्रेस की वजह से AAP को हार का सामना करना पड़ा।
- इनमें से 2 सीटों पर आप के उम्मीदवार 400 से भी कम वोटों से हारे।
- कांग्रेस का मानना है कि AAP ने 2013 में दिल्ली की सत्ता कांग्रेस से छीनी थी, और अब कांग्रेस ने AAP को हटाने में अहम भूमिका निभाई है।
2. कांग्रेस का वोट शेयर बढ़ा, 5 साल में 2% का इजाफा
दूसरी वजह यह है कि कांग्रेस का वोट शेयर (vote share) लगातार गिरने के बाद पहली बार बढ़ा है।
- 2013 में कांग्रेस को 24.6% वोट मिले थे, लेकिन 2015 में यह गिरकर 9.7% और 2020 में 4.26% पर आ गया।
- इस बार 2025 में कांग्रेस का वोट शेयर 6.36% पहुंच गया, यानी 5 साल में 2.10% का इजाफा।
- कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश (Jairam Ramesh) ने कहा है कि पार्टी का वोट प्रतिशत आगे और बढ़ेगा और दिल्ली में सत्ता वापसी संभव हो सकती है।
3. AAP की हार से कांग्रेस को पंजाब में फायदा
तीसरी और सबसे बड़ी वजह पंजाब से जुड़ी है।
- दिल्ली में करारी हार के बाद AAP के लिए पंजाब (Punjab) में भी मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
- AAP की हार से पंजाब में पार्टी के अंदर गुटबाजी तेज होगी, और कार्यकर्ताओं का मनोबल टूटेगा।
- पंजाब में फिलहाल आप की सरकार है, लेकिन 2027 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को वापसी का बड़ा मौका मिल सकता है।
पंजाब में कांग्रेस की संभावनाएं क्यों बढ़ रही हैं?
- 2022 के पंजाब विधानसभा चुनाव में AAP ने 92 सीटें जीतकर कांग्रेस को हराया था।
- कांग्रेस 18 सीटों के साथ दूसरे नंबर पर थी।
- लेकिन AAP की हार से पंजाब में पार्टी कमजोर होगी, जिससे कांग्रेस को 2027 में वापसी का मौका मिल सकता है।
- भाजपा (BJP) और शिरोमणि अकाली दल (SAD) फिलहाल पंजाब में बहुत मजबूत नहीं हैं, जिससे कांग्रेस के लिए रास्ता खुल सकता है।
दिल्ली में AAP की हार और BJP की ऐतिहासिक जीत से कांग्रेस को तीन बड़े फायदे हुए हैं – AAP को सत्ता से हटाने में भूमिका, वोट शेयर में बढ़ोतरी और पंजाब में वापसी की उम्मीद। हालांकि कांग्रेस को दिल्ली में कोई सीट नहीं मिली, लेकिन भविष्य में यह चुनाव उसके लिए टर्निंग पॉइंट साबित हो सकता है।
क्या आपको लगता है कि कांग्रेस 2027 तक वापसी कर पाएगी? कमेंट में अपनी राय दें!