कोविड की लापरवाहियों के बीच देश में नए वेरिएंट की दस्तक, जानिए कितना है खतरनाक, क्यों दुनिया है खौफज़दा!

नई दिल्ली, 25 अक्टूबर (The News Air)

कोरोना (Covid19) के प्रति देश में बढ़ रही लापरवाहियों के बीच चिंता करने वाली सूचनाएं भी आने लगी है। नेशनल सेंटर ऑफ डिसीस कंट्रोल (National Centre for disease control) ने एक नए वेरिएंट के सात नए मामलों का खुलासा किया है। यह वेरिएंट बेहद खतरनाक बताया जा रहा है। एमपी और महाराष्ट्र में SARS CoV 2 के डेल्टा वेरिएंट के सबलाइन के मामलों का पता चलने के बाद भारत की कोविड जीनोमिक मॉनिटरिंग प्रोजेक्ट हाईअलर्ट पर है।

महाराष्ट्र के एक प्रतिशत नमूनों में AY.4 वेरिएंट

नेशनल सेंटर ऑफ डिसीस कंट्रोल (एनसीडीसी) के मुताबिक महाराष्ट्र में 1 प्रतिशत नमूनों में नए डेल्टा AY.4 संस्करण का पता चला है। वहीं इंदौर में इस नए वेरिएंट के सात मामलों का पता चला है। इंदौर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ बीएस सैत्य ने कहा कि संक्रमित लोगों में से दो लोग महू छावनी में तैनात सेना अधिकारी हैं।

इंग्लैंड में तबाही का नाम है नया वेरिएंट

एनसीडीसी ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि AY.4.2 डेल्टा वेरिएंट (Delta Variant) में सभी सीक्वेंसस (sequences) का लगभग 6 प्रतिशत हिस्सा है। रिपोर्ट में कहा गया है, “डेल्टा अभी भी डॉमिनेंट वेरिएंट (dominant variant) बना हुआ है। डेल्टा के ही नया AY.4.2 वेरिएंट ने इंग्लैंड (UK) में खूब महामारी फैलाया।”

AY.4.2 को डेल्टा प्लस भी कहा जाता है। अब यूके स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी (UKHSA) ने इसे VUI-21OCT-01 नाम दिया गया है। 

एनसीडीसी की रिपोर्ट में कहा गया है कि नया वेरिएंट सितंबर में इंदौर जिले में कोविड की वृद्धि का कारण बना था। बताया जा रहा है कि इसी वेरिएंट ने दूसरे देशों में भी दूसरी लहर को तेज किया था।

बेहद खतरनाक है AY.4.2 वेरिएंट

  • रिपोर्ट के अनुसार यह स्ट्रेन थोड़ा अधिक संक्रामक है।
  • B.1.617.2 या डेल्टा को परिभाषित करता है।
  • कोई स्पष्ट संकेत नहीं है कि यह डेल्टा संस्करण की तुलना में काफी अधिक पारगम्य है।
  • अल्फा और डेल्टा वेरिएंट जैसा बड़ा खतरा नहीं।
  • AY.4.2, जिसे “डेल्टा प्लस” कहा जाता है और अब इसका नाम VUI-21OCT-01 रखा गया है।
  • अब यूके में ‘जांच के तहत संस्करण’ के रूप में घोषित किया गया।

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