Abu Azmi Suspension – समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के नेता अबू आजमी (Abu Azmi) को महाराष्ट्र विधानसभा (Maharashtra Assembly) से मौजूदा सत्र के लिए सस्पेंड कर दिया गया है। अबू आजमी को यह कार्रवाई उनके औरंगजेब (Aurangzeb) पर दिए गए विवादित बयान के चलते झेलनी पड़ी। अबू आजमी ने इस सस्पेंशन पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्होंने किसी भी महापुरुष का अपमान नहीं किया और यह उनके साथ “बड़ी नाइंसाफी” हुई है।
“मैंने असेंबली में कुछ नहीं कहा, फिर भी सस्पेंड कर दिया” – अबू आजमी
अबू आजमी ने अपने निलंबन पर नाराजगी जताते हुए कहा, “मुझे अभी-अभी खबर मिली कि विधानसभा के स्पीकर ने मुझे इस सेशन से सस्पेंड कर दिया है। लेकिन मैंने सदन में कुछ भी नहीं कहा था।” उन्होंने दावा किया कि “बाहर भी मैंने जो बयान दिया, उसमें किसी भी महापुरुष को अपमानित करने वाली कोई बात नहीं थी।”
“मैंने सिर्फ इतिहास बताया, कोई गलत बात नहीं की”
अबू आजमी ने कहा कि उन्होंने सिर्फ वही बातें दोहराई जो इतिहास में दर्ज हैं। उन्होंने कहा, “मैंने केवल औरंगजेब के शासनकाल की ऐतिहासिक जानकारी दी, जो पहले से लिखी हुई है। लेकिन उसके बावजूद मुझे सस्पेंड कर दिया गया।”
“कानून का दरवाजा खटखटाऊंगा, स्पीकर से जवाब मांगूंगा”
अबू आजमी ने कहा कि यह फैसला उनके लिए अन्यायपूर्ण है और वह कानूनी कदम उठाने की योजना बना रहे हैं। उन्होंने कहा, “आज कानून है भी या नहीं? छत्रपति शिवाजी महाराज (Chhatrapati Shivaji Maharaj) के खिलाफ अपमानजनक बातें कही गईं, लेकिन उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। कई किताबों में औरंगजेब के बारे में लिखा गया है, वे स्कूल-कॉलेजों में पढ़ाई जा रही हैं, लेकिन उन पर भी कोई प्रतिबंध नहीं है।”
उन्होंने आगे कहा, “मैं सदन में जनता के मुद्दे उठाने वाला था, लेकिन मुझे रोक दिया गया। रमज़ान (Ramadan) का महीना चल रहा है और मेरी तबीयत भी ठीक नहीं है, लेकिन मैं इस फैसले के खिलाफ लड़ाई लडूंगा। मैं स्पीकर से मिलूंगा और पूछूंगा कि मुझे किस कानून के तहत हटाया गया है।”
अबू आजमी का औरंगजेब पर बयान क्या था?
अबू आजमी ने हाल ही में कहा था कि “औरंगजेब के शासनकाल में भारत की सीमा अफगानिस्तान (Afghanistan) और बर्मा (Burma) तक फैली थी।” उन्होंने यह भी दावा किया कि “उस समय भारत का सकल घरेलू उत्पाद (GDP) विश्व सकल घरेलू उत्पाद का 24 प्रतिशत था और भारत को सोने की चिड़िया कहा जाता था।”
सस्पेंशन पर सियासत गर्म, आगे क्या होगा?
अबू आजमी के इस बयान के बाद सियासी हलकों में हंगामा मचा हुआ है। बीजेपी (BJP) और शिवसेना (Shiv Sena) के नेताओं ने उनके बयान की आलोचना की थी, जिसके बाद विधानसभा ने यह कार्रवाई की। अब देखना होगा कि अबू आजमी इस फैसले के खिलाफ क्या कानूनी कदम उठाते हैं और इस विवाद का राजनीतिक असर कितना होता है।