Punjab AAP MLA Crisis : दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Assembly Election 2025) में आम आदमी पार्टी (AAP) की करारी हार के बाद अब पंजाब (Punjab) में भी राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। पंजाब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विपक्ष के नेता प्रताप बाजवा (Pratap Bajwa) ने बड़ा दावा करते हुए कहा कि AAP के 30 विधायक कांग्रेस के संपर्क में हैं।
इस दावे के बाद पंजाब की राजनीति में हड़कंप मच गया है। अगर यह सच साबित होता है तो भगवंत मान (Bhagwant Mann) सरकार पर संकट गहरा सकता है। हालांकि, कांग्रेस विधायक परगट सिंह (Pargat Singh) ने इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि “इस मसले पर प्रताप बाजवा ही कुछ बता सकते हैं।”
Pratap Bajwa ने AAP पर क्या आरोप लगाए?
प्रताप बाजवा ने दिल्ली चुनाव में AAP की हार पर तंज कसते हुए कहा,
🔹 “अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) और पंजाब के सीएम भगवंत मान (Bhagwant Mann) ने 2022 में पंजाबियों को झूठे वादों से बेवकूफ बनाया।”
🔹 “महिलाओं को ₹1000 प्रति महीने देने का वादा आज तक पूरा नहीं हुआ।”
🔹 “दिल्ली मॉडल की असलियत अब जनता के सामने आ चुकी है, AAP अब फेल हो चुकी है।”
‘Punjab में वापसी नहीं कर पाएगी BJP’ – Pargat Singh
बीजेपी (BJP) ने दिल्ली में 48 सीटें जीतकर सत्ता में वापसी की, लेकिन पंजाब में उसकी संभावनाओं पर कांग्रेस नेता परगट सिंह ने कहा –
➡️ “पंजाब और पश्चिम बंगाल (West Bengal) दो ऐसे राज्य हैं जहां बीजेपी के लिए सत्ता में आना बेहद मुश्किल है।”
➡️ “बीजेपी ने पहले भी यहां कोशिश की, लेकिन जनता ने उसे नकार दिया।”
➡️ “AAP सरकार की नाकामियों के बावजूद, पंजाब में कांग्रेस ही मजबूत विपक्ष है, बीजेपी नहीं।”
‘भगवंत मान तो पहले ही कंट्रोल्ड CM हैं’ – Pargat Singh
प्रताप बाजवा ने दावा किया कि अरविंद केजरीवाल खुद पंजाब का मुख्यमंत्री बनने की कोशिश कर रहे हैं। इसपर प्रतिक्रिया देते हुए परगट सिंह ने कहा –
✔ “भगवंत मान असल में पंजाब के मुख्यमंत्री नहीं हैं, वह पहले से ही दिल्ली के कंट्रोल में हैं।”
✔ “AAP का असली नेतृत्व दिल्ली से तय होता है, पंजाब सरकार सिर्फ उनके निर्देशों का पालन कर रही है।”
✔ “अगर AAP के विधायक पार्टी छोड़ रहे हैं, तो यह भगवंत मान के लिए बड़ा झटका साबित हो सकता है।”
क्या पंजाब में AAP की सरकार गिरने वाली है?
प्रताप बाजवा के इस दावे के बाद सवाल उठ रहा है कि क्या पंजाब में AAP की सरकार खतरे में है?
हालांकि, अभी तक AAP या भगवंत मान की ओर से इसपर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।
अगर प्रताप बाजवा का दावा सही निकलता है और 30 विधायक सच में कांग्रेस में शामिल होते हैं, तो AAP सरकार अल्पमत में आ सकती है।
अब आगे क्या?
✅ AAP को अपने विधायकों को एकजुट रखना होगा, नहीं तो सरकार खतरे में पड़ सकती है।
✅ कांग्रेस इस स्थिति का फायदा उठाकर पंजाब में फिर से मजबूत होने की कोशिश करेगी।
✅ बीजेपी भी इस राजनीतिक उथल-पुथल पर नजर बनाए हुए है।
आपकी राय?
🔹 क्या AAP के विधायक सच में कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं?
🔹 क्या पंजाब में भी दिल्ली जैसी सियासी हलचल देखने को मिलेगी?
🔹 क्या कांग्रेस फिर से पंजाब में सत्ता हासिल कर पाएगी?
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