नई दिल्ली, 28 सितंबर (The News Air)
नई दिल्ली. बिहार में सीपीआई (Communist Party of India) का चेहरा बनकर उभरे जेएनयू (Jawaharlal Nehru University) छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष और CPI लीडर कन्हैया कुमार(Kanhaiya Kumar) और गुजरात के युवा नेता जिग्नेश मेवाणी(Jignesh Mevani) आज कांग्रेस में शामिल होंगे। दोनों को कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पार्टी की सदस्यता दिलाएंगे। हालांकि इससे पहले ही पार्टी में कलह मच गई है। कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने सवाल खड़े किए हैं।
मनीष तिवारी ने किया tweet-मनीष तिवारी ने एक tweet किया है। इसमें लिखा कि कम्युनिस्ट नेताओं के कांग्रेस में आने की अटकलें चल रही हैं। ऐसे में 1973 में छपी कम्युनिस्ट इन कांग्रेस पढ़ी जानी चाहिए। चीज़ें जितनी बदलती हैं, उतनी ही समान लगती हैं।
भाजपा ने कहा-टुकड़े-टुकड़े गैंग की एंट्री-कन्हैया कुमार की कांग्रेस में एंट्री पर भाजपा ने तंज़ किया है। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि टुकड़े-टुकड़े गैंग ने भारत तेरे टुकड़े होंगे का नारा दिया था। इन्हें कांग्रेस पार्टी शामिल कर रही है।
पहले भगत सिंह की मूर्ति पर करेंगे माल्यार्पण-कन्हैया कुमार और जिग्नेश मेवाणी कांग्रेस की सदस्यता लेने से पहले आईटीओ के पास स्थित शहीद पार्क में भगत सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण करेंगे। इसके बाद वे कांग्रेस मुख्यालय जाकर राहुल गांधी की मौजूदगी में कांग्रेस की सदस्यता लेंगे। दोनों नेताओं के कांग्रेस में शामिल होने की चर्चा पिछले एक महीने से चल रही थी। ये दोनों नेता मोदी के कट्टर विरोधी माने जाते हैं।
कुछ दिन पहले राहुल गांधी से मिले थे-कुछ दिन पहले कन्है या कुमार ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाक़ात की थी। वहीं राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि इस दौरान चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर भी मौजूद थे। हालांकि कन्हैया कुमार ने राहुल से मिलने के बात को नकारा है। लेकिन इसके बाद से उनके कांग्रेस में शामिल होने की चर्चा चल पड़ी थी।
दोनों को ये नेता कांग्रेस में करा रहा शामिल-बताया जा रहा है कि गुजरात प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल इन दोनों युवा नेताओं और कांग्रेस के बीच मध्यस्थता की है। वहीं जिग्नेश मेवानी की तरफ़ से किसी भी तरह की मुलाक़ात और कांग्रेस में शामिल होने की बात को खारिज किया है।
कौन हैं जिग्नेश मेवानी और कन्हैया कुमार-मूल रूप से बिहार से ताल्लुक़ रखने वाले कन्हैया जेएनयू के अध्यक्ष रह चुके हैं। वह देशविरोधी नारेबाज़ी के मामले में गिरफ़्तारी के बाद सुर्खियों में आए थे। पिछले लोकसभा चुनाव में बिहार की बेगूसराय लोकसभा सीट से केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के ख़िलाफ़ चुनाव लड़े थे। जिसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। वहीं जिग्नेश मेवानी दलित समुदाय से आते हैं। साल 2017 के चुनाव में हार्दिक पटेल, अल्पेश ठाकोर और जिग्नेश मेवाणी की तिगड़ी ने अहम भूमिका निभाई थी। फ़िलहाल जिग्नेश गुजरात के वडगाम विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय विधायक हैं।