नई दिल्ली, 5 जुलाई (The News Air)
देश में कोरोना वैक्सीन की टेस्टिंग में गति लाने के लिए केंद्र सरकार ने पीएम केयर्स फंड से दो लैब बनाए हैं। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने इन दोनों लैबों के निर्माण के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, देश के वैज्ञानिकों और जैव प्रौद्योगिकीविदों को धन्यवाद दिया। ये लैब हैदराबाद और पुणे में बनाई गईं हैं। केंद्र सरकार अधिक से अधिक वैक्सीन का प्रोडक्शन बढ़ाने के लिए लगताार प्रयास में जुटी हुई है। ऐसे में अतिरिक्त लैब के जरिए सरकार को वैक्सीन की जल्द टेस्टिंग और इसके प्री-रिलीज सर्टिफिकेशन के मामले में सुविधा मिलेगी। मौजूदा समय में वैक्सीन की टेस्टिंग के लिए देश में दो लैब हैं, एक कसौली में केंद्रीय औषधि प्रयोगशाला है और दूसरी लैब नोएडा में राष्ट्रीय जैविक संस्थान हैं।
इन दोनों लैबों की फंडिंग पीएम केयर फंड द्वारा की गई है। इस लैब के जरिए हर महीने करीब 60 बैचों का टैस्ट करने की उम्मीद है। इन लैबों के शुरू होने से वैक्सीन बनाने और सप्लाई में तेजी आएगी।
किसने तैयार की हैं लैब- जैव प्रौद्योगिकी विभाग, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार ने अपने दो स्वायत्त अनुसंधान संस्थानों, राष्ट्रीय कोशिका विज्ञान केंद्र (एनसीसीएस) पुणे और राष्ट्रीय पशु जैव प्रौद्योगिकी संस्थान, (एनआईएबी) हैदराबाद में केंद्रीय औषधि के रूप में दो वैक्सीन परीक्षण सुविधाएं स्थापित की हैं। इनका मुख्य लक्ष्य टीकों के बैच परीक्षण और गुणवत्ता नियंत्रण की जांच करना है। सरकार के अनुसार, इससे टीकों के निर्माण और आपूर्ति में तेजी आएगी और यह ढुलाई के नजरिए से भी सुविधाजनक होगा क्योंकि पुणे और हैदराबाद पहले से ही वैक्सीन निर्माण के केंद्र हैं।