चंडीगढ़, 5 जुलाई (The News Air)
बरगाड़ी बेअदबी कांड से जुड़े कोटकपूरा गोलीकांड के संबंध में पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के हुक्मों पर बनी नई एस.आई.टी. की ओर से सोमवार को पटियाला के सर्किट हाउस में कोटकपूरा मामले के एक अहम गवाह भाई रणजीत सिंह ढड्डरियांवाला से पूछताछ की गई।
एस.आई.टी. के प्रमुख ए.डी.जी.पी.विजिलेंस ऐल.के. यादव और दो सदस्यों, लुधियाना के पुलिस कमिश्नर राकेश अग्रवाल और डी.आई.जी. फरीदकोट रेंज सुरजीत सिंह पर अधारित इस विशेष जांच टीम ने भाई रणजीत सिंह ढड्डरियांवाला से ढाई घंटे से भी अधिक समय आज कई सवाल किए और उनके जवाब जाने।
ज़िक्रयोग्य है कि 2015 में जब यह घटना घटी थी तो उस समय पर वहां उपस्थित प्रमुख पंथक नेताओं में से भाई रणजीत सिंह ढड्डरियांवाला एक थे।
बातचीत के बाद में एस.आई.टी. के मैंबर और भाई रणजीत सिंह ढड्डरियांवाला अपनी अपनी, गाड़ियों में सर्किट हाऊस से रवाना हो गए और किसी ने भी मीडिया के साथ कोई बातचीत नहीं की।
याद रहे कि बीती 2 जुलाई को एस.आई.टी.ने फरीदकोट में भी मौक़े के गवाह भाई पंथ प्रीत सिंह समेत कुछ पंथक नेताओं और पुलिस आधिकारियों, कर्मियों से पूछताछ की थी। भाई ढड्डरियांवाला भी उसी दिन ही एस.आई.टी. द्वारा बुलाए गए थे परन्तु उस दिन वह किसी कारण वहां नहीं पहुंचे थे।
समझा जाता है कि वह उस दिन सुरक्षा कारणों के चलते वहां नहीं पहुंचे थे और आज वह अपने परमेश्वर द्वार से पटियाला सर्किट हाऊ पहुंचे और एस.आई.टी. के सवालों के जवाब देने के बाद परमेश्वर द्वार के लिए ही वापस रवाना हो गए।
बाद में परमेश्वर द्वार में पत्रकारों को संबोधन करते भाई ढड्डरियांवाला ने कहा कि उनसे चौथी बार उक्त घटना के संबंध में पूछताछ की गई है। उन्होंने कहा कि सच हमेशा एक ही रहता है और उन्होंने वही बातें फिर दोहराई हैं जो मौक़े पर हुआ था।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने यह भी कहा कि जो मसला देश विदेश में इतना बड़ा बन चुका था, उसमें यह नहीं हो सकता कि उस समय प्रदेश पर राज कर रहे नेताओं और बड़े पुलिस आधिकारियों से पूछे बिना कार्यवाही की गई हो।
उन्होंने कहा कि इन लोगों के पूछे बिना तो प्रदेश में पत्ता नहीं हिलता था, फिर यह कहना गलत होगा कि जो मौक़े पर हुआ वह इनके हुक्मों और जानकारी के हुआ।
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