The News Air: पंजाब पुलिस के मोहाली स्थित इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर पर आतंकी हमला हुआ था। इसे खालिस्तानी आतंकी संगठन बब्बर ख़ालसा इंटरनेशनल (BKI) ने करवाया और इसका मास्टरमाइंड कनाडा बैठा गैंगस्टर लखबीर सिंह लाडा है। लाडा पाकिस्तान में बैठे गैंगस्टर हरविंदर रिंदा का क़रीबी है। यह हमला पाकिस्तान की ख़ुफ़िया एजेंसी ISI के कहने पर किया गया। इस RPG के ज़रिए यह रॉकेट दाग़ा गया, वह भी पाकिस्तान से ही आया था। शुक्रवार को डीजीपी वीके भावरा ने यह खुलासा किया।
डीजीपी ने बताया कि इस मामले में अभी तक 5 आरोपी गिरफ़्तार किए जा चुके हैं। हालांकि रॉकेट दाग़ने वाले 3 हमलावर अभी पकड़ से बाहर हैं। गिरफ़्तार आरोपियों में तरनतारन का कंवर बाठ, बलजीत कौर, बलजिंदर रैंबो, अनंतदीप सोनू और जगदीप कंग शामिल हैं। छठा आरोपी निशान सिंह है, जिसे अभी फरीदकोट पुलिस ने दूसरे केस में गिरफ़्तार किया है। उसे भी इस केस में गिरफ़्तार किया जाएगा।
कनाडा बैठे लाडा के कहने पर RPG और AK47 दी
पुलिस के मुताबिक़ तरनतारन का रहने वाला लखबीर सिंह लाडा इस वक़्त कनाडा में है। वह पंजाब में गैंगस्टर रहा है। 2017 में पुलिस कार्रवाई से बचने के लिए वह कनाडा भाग गया। लाडा पाकिस्तान में बैठे कुख्यात गैंगस्टर हरविंदर रिंदा का क़रीबी है। लाडा ने ही निशान सिंह तक RPG पहुंचाया था। निशान सिंह ने इसे आगे हमलावरों को दिया था।
इंटेलिजेंस अटैक में किसकी क्या भूमिका
डीजीपी वीके भावरा ने बताया कि जिन आरोपियों ने इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर पर अटैक किया, उन्हें कंवर बाठ और बलजीत कौर ने शेल्टर दिया। निशान सिंह ने उन्हें RPG उपलब्ध करवाया। वहीं बलजिंदर रैंबो ने AK-47 दी। निशान सिंह जब पनाह देने के लिए ठिकाने ढूंढ रहा था तो उसके अमृतसर के रहने वाले साले अनंतदीप उर्फ सोनू अंबरसरिया ने भी निशान की मदद की। इसके बाद जगदीप कंग इनका लोकल सपोर्ट था। वह मोहाली के वेब एस्टेट्स में रहता है।
ऐसे दिया गया हमले को अंजाम
सभी हमलावर 15 दिन से हमले की तैयारी कर रहे थे। वह 15 दिन पहले ही अमृतसर में आकर छिप गए थे। इसके बाद 9 मई को यानी वारदात के दिन दोपहर में जगदीप कंग और हमलावरों में शामिल चढ़त सिंह ने यहां रेकी की। उन्होंने रॉकेट दाग़ने और फिर भागने के रास्तों की पड़ताल की। इसके बाद शाम को चढ़त सिंह और उसके साथ 2 हमलावर स्विफ्ट कार में आए। जहां उन्होंने इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर पर अटैक किया। फ़िलहाल चढ़त सिंह और दोनों हमलावर फ़रार हैं।
बिहार के दो व्यक्तियों की भूमिका भी संदिग्ध
इस मामले में पंजाब पुलिस ने नोएडा से मुहम्मद नसीम आलम और मुहम्मद सरफ़राज को अरेस्ट किया है। इनसे भी पुलिस की पूछताछ चल रही है। दोनों बिहार के रहने वाले हैं। डीजीपी वीके भावरा ने कहा कि दोनों की भूमिका के बारे में पड़ताल चल रही है।