The News Air- दिल्ली- नई दिल्ली के कॅनाट प्लेस (सीपी) में विवादित ‘नो व्हीकल जोन’ को लागू करने को लेकर हुई मीटिंग में अधिकारियों के द्वारा इस योजना को लागू करने को आमदा अधिकारियों से काफी हॉट टॉक हुई। बताया जा रहा है कि ट्रेडर्स एसोसिएशन के साथ दुकानदारों से अधिकारियों के सामने ‘नो व्हीकल जोन’ को लागू करने से ग्राहकों के बाजार में नहीं आने व देश का सबसे बड़ा 15 व 20 फूट का कॉरीडोर होने का हवाला देते हुए ग्राहकों को कोई दिक्कत नहीं होने की बात कही।
नई दिल्ली ट्रेडर्स एसोसिएशन के अतुल अग्रवाल ने बताया कि एनडीएमसी के चेयरमैन धर्मेंद्र कुमार, सेक्रेट्री और ट्रैफिक पुलिस के बड़े अधिकारी थे। अग्रवाल ने बताया कि एनडीएमसी के अधिकारियों ने वही पुरानी बात इनर सर्कल की कुछ सड़कों को बंद कर पैदल चलने वालों के लिए फ्रेंडली बनाना चाहते हैं। एसोसिएशन के अतुल अग्रवाल ने बताया कि अधिकारियों को हम तथ्य के आधार पर काफी समझाने की कोशिश की पर उन्होंने इनर सर्कल को ‘नो व्हीकल जोन’ लागू करने की बात कहकर चेयरमैन ने मीटिंग खत्म कर दी।
स्थानीय दुकानदार ने पहले भी किया विरोध
सीपी के दुकानदारों ने पहले भी एनडीएमसी के ‘नो व्हीकल जोन’ योजना का दो बार कड़ाई से विरोध कर लागू नहीं होने दिया है। नई दिल्ली ट्रेडर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने इसे चेयरमैन धर्मेंद्र कुमार के हिटलरशाही बताते हुए कहा है कि कोरोना के कारण पिदले दो साल में हमारी हालत बिल्कुल खराब हो चुकी है। हमारे पास एनडीएमसी के गैरनीति, मनमानी तानाशाही भूखे मरने के सिवाय कोई चारा नहीं है।
कारोबारियों की हालत ऐसे ही खराब हो चुकी है और सीपी के इनर सर्कल में ‘नो व्हीकल जोन’करने के बाद उन्हें ग्राहको के नहीं आने के कारण दुकान को बंद करने के सिवा कोई रास्ता नहीं बचेगा। कारोबारियों ने कहा कि केंद्र सरकार को सोचना चाहिए कि देश के सबसे बड़े काेरिडोर सीपी में है और इसके बाद भी एनडीएमसी के आईएएस अपने मनमानी से दुकानदारों को तबाह करने में जुटे हुए हैं।